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राम मंदिर ट्रस्ट ने साफ किया 'जमीन में टाइम कैप्सूल वाली खबर गलत'

विश्व हिंदू परिषद के नेता चंपत राय ने साफ किया है कि ये गलत खबर है

Published
भारत
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एक खबर आई थी कि अयोध्या में बनने जा रहे राम मंदिर के नीचे जमीन में 2000 फुट की गहराई में टाइम कैप्सूल रखा जाएगा ताकि 'आगे कभी कोई राम मंदिर के इतिहास के बारे में पढ़ना चाहेगा तो उसको इस कैप्सूल के जरिए सही तथ्य मिल सकेंगे' लेकिन अब विश्व हिंदू परिषद के नेता चंपत राय ने साफ किया है कि ये गलत खबर है. ऐसा कोई कैप्सूल नहीं डाला जाना है.

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खबरें आ रही हैं कि 5 अगस्त को जमीन के नीचे रखा जाएगा. ये समाचार गलत है और मनगढ़ंत है. मैं सबसे आग्रह करूंगा कि राम जन्म भूमि ट्रस्ट की और से जब कोई अधिकृत बयान दिया जाए. उसी को सही मानें. इधर-उधर जो काल्पनिक बातें छपती हैं इनको लेकर अपना मन परेशान न करें.
चंपत राय, महासचिव, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट
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अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर के भूमि पूजन का कार्यक्रम होना है, जिसके लिए वहां जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. लेकिन कोविड-19 महामारी को देखते हुए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने लोगों से अपील की है कि वो अयोध्या न आएं और अपने घरों में ही उत्सव मनाएं.

देश की जनता से निवेदन है कि कोरोना को ध्यान में रखते हुए, यातायात की कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए वो अयोध्या आने का विचार त्याग दें. अपने घर में ही उत्सव मनाएं
चंपत राय, महासचिव, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट

उन्होंने लोगों से अपील की कि वो प्रात:काल 11:30 से 12:30 तक अपने घर में, अपने आस-पड़ोस के मंदिर में सामूहिक बैठकर भगवान का भजन कीर्तन करें. पूजा करें, पुष्पांजलि दें, प्रसाद बांटें और सूर्यास्त के समय दीपक जलाएं.

राम मंदिर के शिलान्यास के लिए पीएम मोदी अयोध्या जाएंगे. 5 अगस्त को प्रस्तावित राम मंदिर भूमि पूजन और शिलान्यास के कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का भी खास खयाल रखा जाएगा. सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए 200 से ज्यादा लोगों के आने की इजाजत नहीं है. जिनमें 150 लोग वो होंगे जिन्हें इसके लिए न्योता दिया जाएगा.

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