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Recap: कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, पीएम मोदी और सिंधिया से जुड़े झूठे दावों का सच

न तो पीएम मोदी को G7 समिट में नजरअंदाज किया गया और न ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्विटर बायो से 'BJP' हटाया.

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Recap: कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, पीएम मोदी और सिंधिया से जुड़े झूठे दावों का सच
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जापान के हिरोशिमा में हुए G7 समिट (G7 Summit) में पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को बाकी नेताओं की ओर से नजरअंदाज करने के गलत दावे से लेकर पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में हुए विस्फोट से जोड़कर शेयर किए गए पुराने वीडियो तक. इस हफ्ते सोशल मीडिया पर कई गलत और भ्रामक दावे वायरल हुए.

क्विंट की वेबकूफ टीम ने इन सभी दावों की पड़ताल कर सच आपको बताया. इन सबका सच एक साथ एक जगह यहां पढ़ें.

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G7 Summit में पीएम मोदी को किया गया 'अनदेखा'?

G7 शिखर सम्मेलन का एक वीडियो वायरल हुआ. वीडियो में अलग-अलग देशों के नेता साथ में फोटो खिंचवाते और एक-दूसरे से बात करते नजर आ रहे हैं, जबकि पीएम नरेंद्र मोदी अकेले खड़े दिख रहे हैं.

इस वीडियो को शेयर कर दावा किया गया कि इस समिट में बाकी नेताओं ने पीएम मोदी को 'अनदेखा' या इग्नोर कर दिया है.

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(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

असल में ये एक क्लिप्ड वीडियो है यानी एक बड़े वीडियो का आधा-अधूरा या छोटा सा हिस्सा भर है.

हिरोशिमा में आयोजित हुए G7 शिखर सम्मेलन की तस्वीरों और वीडियो के लंबे वर्जन में देखा जा सकता है कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों और जापानी के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ग्रुप फोटो खिंचवाने के बाद पीएम मोदी से बातचीत करते हुए दिख रहे हैं.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

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पश्चिम बंगाल में विस्फोट का है ये वीडियो?

एक मैदान में विस्फोट दिखाता एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. दावा किया गया कि ये वीडियो पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर का है. साथ ही, ये भी लिखा गया कि सीएम ममता बनर्जी का राज्य पर कोई नियंत्रण नहीं रहा और वहां जंगलराज है.

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(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

पड़ताल में हमने पाया कि न तो ये वीडियो हाल का है और न ही पश्चिम बंगाल का है. ये वीडियो मार्च 2022 से इंटरनेट पर मौजूद है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये वीडियो केरल में पूरम उत्सव के दौरान का है.

इसके अलावा, पश्चिम बंगाल पुलिस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इस दावे को फेक बताते हुए लिखा गया कि ये वीडियो केरल के पूरम उत्सव का है.

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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्विटर बायो से 'BJP' हटाया?

BJP नेता और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्विटर अकाउंट का एक स्क्रीनशॉट शेयर कर दावा किया गया कि उन्होंने हाल में ही अपने बायो से 'BJP' हटा दिया है.

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(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

पड़ताल में हमने पाया कि वायरल दावा झूठा है, क्योंकि 2020 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद भी सिंधिया ने अपने ट्विटर बायो में कभी 'BJP' नहीं जोड़ा था.

ये आर्काइव 21 मई 2022 का है.

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/वेबैक मशीन)

वेबैक मशीन के जरिए उनके ट्विवटर हैंडल से जुड़े पुराने स्क्रीनशॉट के आर्काइव देखने पर ये साफ होता है कि वायरल दावा गलत है.

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कर्नाटक में हिजाब से हटाया गया बैन?

एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें बुर्के में कई महिलाएं एक गेट से बाहर निकलती नजर आ रही हैं. वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक (Karnataka) में सभी कॉलेजों में हिजाब पहनने की अनुमति दे दी गई है.

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(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

पड़ताल में हमने पाया कि वायरल वीडियो हाल का नहीं, बल्कि फरवरी 2022 से इंटरनेट पर मौजूद है. स्टोरी लिखते समय तक, ऐसी कोई रिपोर्ट या डाक्युमेंट सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध नहीं मिले, जो इस दावे को सही साबित करते हों कि कर्नाटक में हिजाब पर बैन हटा दिया गया है. मामला अब भी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है.

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सड़क से घसीटकर हटाए जा रहे ये लोग सड़क पर पढ़ रहे थे नमाज?

एक वीडियो वायरल शेयर किया गया जिसमें कुछ लोग सड़क पर बैठे लोगों को वहां से घसीटकर हटाते दिख रहा है. वीडियो को फ्रांस का बताकर शेयर किया गया और दावा किया गया कि ये लोग सड़क पर नमाज पढ़ रहे थे, जिस वजह से नाराज लोग इन नमाजियों को घसीटकर हटा रहे हैं.

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(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

पड़ताल में हमने पाया कि ये सच है कि वीडियो फ्रांस का ही है. लेकिन वीडियो में सड़क से जिन लोगों को घसीटकर हटाया जा रहा है वो नमाज नहीं पढ़ रहे थे.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये सभी क्लाइमेट एक्टिविस्ट थे, जो फ्रांस के सेंट-क्लाउड ब्रिज पर बैठकर प्रोटेस्ट कर रहे थे.

ये प्रदर्शनकारी Dernière Renovation (द लास्ट रेनोवेशन) नाम के एक ग्रुप से थे, जो जलवायु परिवर्तन को लेकर सरकार की निष्क्रियता के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे.

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(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

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