ADVERTISEMENTREMOVE AD

WebQoof Recap: सद्गुरू, करीना, कंगना और मंदिर-मस्जिद से जुड़े झूठे दावों का सच

न तो सदुगुरू का ये दावा सच है कि एक दशक में देश में कोई बड़ा दंगा नहीं हुआ, न ही असम में पानी के नीचे सड़क बनी है.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद कानपुर में हिंसा की खबरों के बीच, ANI को दिए एक इंटरव्यू में सद्गुरू ने दावा किया कि पिछले एक दशक में देश में कोई बड़ा दंगा नहीं हुआ. जबकि पिछले 3 सालों में ही सांप्रदायिक हिंसा की कई घटनाएं सामने आईं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

इसके अलावा, कंगना ने कतर एयरवेज (Qarar Airways) के सीईओ के एक स्पूफ वीडियो को असली समझकर शेयर किया. कभी 2 साल पुराना वीडियो शेयर कर ये झूठा दावा किया गया कि करीना कपूर खान (Kareena Kapoor Khan) ने 'लाल सिंह चड्ढा' नहीं देखने के लिए बोला है तो कभी यूरोप में पानी के नीचे सड़क की फोटो असम की बता शेयर की गई. राजस्था में एक पुराने मंदिर की फोटो शेयर कर ये झूठा दावा भी किया गया कि इसे मस्जिद में बदल दिया गया है.

क्विंट की वेबकूफ टीम ने इस हफ्ते ऐसे ही तमाम गलत दावों की पड़ताल की और सच आप तक पहुंचाया. आइए डालते हैं इन सभी फेक खबरों की पड़ताल पर एक नजर.

0

देश में '10 सालों में नहीं हुआ बड़ा दंगा'? सद्गुरू के दावे का सच

सद्गुरु ने हाल में ही ANI को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ''भारत में पिछले 10 सालों में कोई बड़ा दंगा नहीं हुआ है. धार्मिक असहिष्णुता को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने का काम सिर्फ टीवी कर रहा है.''

हालांकि, सद्गुरू का ये दावा तथ्यों की कसौटी पर खरा नहीं उतरता. सरकारी आंकड़ों और मीडिया रिपोर्ट्स पर नजर डालें तो ये सच नहीं है. ज्यादा पीछे जाने की जरूरत नहीं है. हाल में हनुमान जयंती और रामनवमी के दौरान देश में कई हिस्सों में सांप्रदायिक दंगे हुए थे.

नीचे चार्ट में आप पिछले 10 सालों में हुई सांप्रदायिक घटनाएं देख सकते हैं.

2020 में दिल्ली दंगा, 2013 में यूपी के मुजफ्फरनगर के दंगे से जुड़े आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि देश में कई बड़ी सांप्रदायिक घटनाएं हुई हैं.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कंगना ने शेयर किया Qatar Airways के CEO का एडिटेड वीडियो

कतर एयरवेज के सीईओ अकबर अल बकर का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वो कतर एयरलाइंस के बॉयकॉट को बंद करने की विनती करते देखे जा सकते हैं.

वीडियो को बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने भी अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लगाकर लिखा कि सीईओ को गरीबों का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए. इसके अलावा, दूसरे यूजर्स ने इस वीडियो को सही समझकर शेयर किया.

न तो सदुगुरू का ये दावा सच है कि एक दशक में देश में कोई बड़ा दंगा नहीं हुआ, न ही असम में पानी के नीचे सड़क बनी है.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

हमने पाया कि वीडियो तो कतर एयरवेज के सीईओ अल बकर का ही है, लेकिन 5 साल पुराना है. 2017 में उन्होंने Al Jazeera को एक इंटरव्यू दिया था, जिसका ओरिजिनल ऑडियो हटाकर उसकी जगह दूसरा ऑडियो जोड़ दिया गया है. असली वीडियो में वो कंपनी की योजनाओं और मुनाफे से जुड़ी बातें कर रहे थे.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

ADVERTISEMENTREMOVE AD

करीना कपूर ने नहीं कहा 'मत देखने जाओ लाल सिंह चड्ढा'

बॉलीवुड एक्टर करीना कपूर खान को लेकर सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि उन्होंने कहा है कि उनकी फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' (Lal Singh Chaddha) जिसे देखनी है वो देखे और जिसे नहीं देखनी वो न देखे. मैसेज के साथ उनका एक वीडियो भी शेयर किया जा रहा है जिसमें वो कहती दिख रही हैं कि कोई जबरदस्ती नहीं है, फिल्म देखने के लिए. आप खुद ही जाते हो.

न तो सदुगुरू का ये दावा सच है कि एक दशक में देश में कोई बड़ा दंगा नहीं हुआ, न ही असम में पानी के नीचे सड़क बनी है.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

पड़ताल में हमने पाया कि करीना कपूर खान का ये वीडियो हाल का नहीं है और इसका 'लाल सिंह चड्ढा' से कोई संबंध नहीं है. साल 2020 के इस वीडियो में वो नेपोटिजम (भाई-भतीजावाद) से जुड़े सवालों के जवाब बोलती नजर आईं थीं.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पानी के नीचे बनी सड़क की वायरल तस्वीरें असम नहीं, यूरोप की हैं

पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की फोटो के साथ पानी के नीचे सड़क और रेलवे लाइन वाली सुरंग दिखाती तीन तस्वीरों का एक कोलाज सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया गया कि ये भारत में पानी के नीचे बनी सड़क और रेलवे लाइन है, जो असम में ब्रह्मपुत्र नदी के नीचे बनाई गई है.

न तो सदुगुरू का ये दावा सच है कि एक दशक में देश में कोई बड़ा दंगा नहीं हुआ, न ही असम में पानी के नीचे सड़क बनी है.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

पड़ताल में ये दावा झूठा निकला. एक तस्वीर यूरोप में डेनमार्क और जर्मनी के बीच पानी के नीचे एक निर्माणाधीन सड़क और रेल सुरंग फेहमर्न बेल्ट की डिजायन फोटो है. वहीं दूसरी तस्वीर नॉर्वे में प्रस्तावित फ्लोटिंग सुरंग की एक डिजायन तस्वीर है.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

ADVERTISEMENTREMOVE AD

राजस्थान के श्रृंगार चौरी मंदिर की फोटो मस्जिद बताकर वायरल

मस्जिदों के साथ-साथ ताजमहल और कुतुबमीनार जैसे स्मारकों को लेकर कई तरह के सांप्रदायिक दावों के बीच सोशल मीडिया पर एक मंदिर की फोटो इस दावे से शेयर की गई कि मुगलों ने इस मंदिर को मस्जिद में बदल दिया था.

न तो सदुगुरू का ये दावा सच है कि एक दशक में देश में कोई बड़ा दंगा नहीं हुआ, न ही असम में पानी के नीचे सड़क बनी है.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

पड़ताल में हमने पाया कि ये फोटो राजस्थान के चित्तौड़गढ़ किले में स्थित श्रृंगार चौरी मंदिर की है. जिसे इस गलत दावे से शेयर किया गया कि ये एक मस्जिद है, जो कभी मंदिर था और इसे मुगलों ने बदल दिया.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं )

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×