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Afghanistan:डिप्टी पीएम मुल्ला बरादर की मौत की खबर से जुड़ा ये स्क्रीनशॉट फेक है

तालिबान ने मुल्ला बरादर की मौत के दावे को झूठा बताया है कहा है कि वो जीवित और स्वस्थ है.

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न्यूज ऑर्गनाइजेशन Al Jazeera के नाम पर एक ''रिपोर्ट'' का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसके मुताबिक, Taliban के प्रवक्ता ने पुष्टि की है कि Afghanistan के कार्यवाहक उपप्रधानमंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादर की काबुल में मौत हो गई है.

अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुछ दिनों पहले बरादर की मौत की अनवेरिफाइड रिपोर्ट्स शेयर की जा रही थीं, ऐसे समय में ये दावा भी किया जा रहा है.

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हालांकि, हमें Al Jazeera की वेबसाइट पर ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली. तालिबान के प्रवक्ता सुलेल शाहीन ने 13 सितंबर को बरादर की मौत की अफवाहों को खारिज कर दिया है. इसके अलावा, रिपोर्ट्स के मुताबिक बरादर ने वीडियो इंटरव्यू के जरिए इन अफवाहों को गलत बताया है.

दावा

स्क्रीनशॉट में ये लिखा दिख रहा है, "Breaking: Taliban spokesman confirms, Mullah Baradar killed, in Kabul last night."

(अनुवाद- "ब्रेकिंग: तालिबान के प्रवक्ता ने पुष्टि की, कल रात काबुल में मुल्ला बरादर मारा गया.'')

स्क्रीनशॉट में ऊपरी बाएं कोने पर Al Jazeera का लोगो और बरादर की फोटो देखी जा सकती है.

कुछ लोगों ने बिना किसी कमेंट के इस फोटो को शेयर किया है, तो कुछ ने लिखा कि बरादर की हत्या के पीछे की वजह कैबिनेट सेलेक्शन के कारण सत्ता संघर्ष हो सकती है.

फेसबुक पर ऐसे पोस्ट के आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं.

पड़ताल में हमने क्या पाया

हमने Al Jazeera की वेबसाइट पर बरादर की मौत से जुड़े कीवर्ड सर्च किए, लेकिन हमें ऐसी कोई न्यूज रिपोर्ट या कवरेज नहीं मिली.

हमने गूगल पर भी मामले से जुड़े जरूरी कीवर्ड का इस्तेमाल कर सर्च किया. लेकिन, हमें कोई विश्वसनीय न्यूज ऑर्गनाइजेशन नहीं मिला जिस पर बरादर की मौत से जुड़ी रिपोर्ट हो या ऐसी कोई रिपोर्ट हो जिसमें इस बारे में तालिबान प्रवक्ता पुष्टि कर रहा हो.

हमें तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन का 13 सितंबर को किया गया एक ट्वीट मिला, जिसमें कहा गया था कि बरादर ने लोगों को ये बताने के लिए एक ऑडियो संदेश जारी किया है कि वो जीवित और स्वस्थ है.

खबरों के मुताबिक, बरादर ने एक वीडियो इंटरव्यू के जरिए इन अफवाहों को गलत बताया. ये इंटरव्यू बुधवार को पोस्ट किया गया था.

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बरादर का स्पष्टीकरण तब आया, जब उसकी मौत की अनवेरिफाइड रिपोर्ट सोशल मीडिया पर शेयर की जाने लगीं. इन रिपोर्ट्स को शेयर कर कई लोगों ने दावा किया कि उपप्रधानमंत्री को तालिबान और अनस हक्कानी के नेतृत्व वाले हक्कानी नेटवर्क के सदस्यों के बीच संघर्ष में मार दिया गया.

तालिबान के संस्थापक सदस्यों में से एक बरादर को 7 सितंबर को कार्यवाहक उपप्रधानमंत्री बनाया गया था, जब तालिबान ने अपनी अंतरिम सरकार की घोषणा की थी.

Al Jazeera कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस के प्रमुख मोहम्मद सिदी बाबा ने फैक्ट चेकिंग ऑर्गनाइजेशन BOOM Live से वायरल स्क्रीनशॉट के गलत होने की पुष्टि की. बाबा ने बताया कि इसका ऑर्गनाइजेशन या उनके एडिटोरियल से कोई संबंध नहीं है.

मतलब साफ है कि Al Jazeera न्यूज के नाम पर एक मनगढ़ंत स्क्रीनशॉट को शेयर किया जा रहा है. साथ ही, इसके जरिए ये झूठा दावा किया जा रहा है कि काबुल में अफगान डिप्टी पीएम मुल्ला बरादर को मार दिया गया है.

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