सोशल मीडिया पर एक मंदिर की फोटो इस दावे के साथ शेयर की जा रही है कि ये अयोध्या से है, जहां सड़क चौड़ी करने के दौरान एक 5 हजार साल पुराना मंदिर मिला है.
हालांकि, हमने पाया कि फोटो उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट साइट की है.
दावा
ये फोटो फेसबुक और ट्वविटर पर काफी शेयर की जा रही है. फोटो के साथ दावा किया जा रहा है: "This is told to be 5,000 years old temple dis’Covered’ while road widening in Ayodhya - 'The Ram Janma Bhoomi'. Locals had built house upon this beautiful temple which ‘Covered' the temple all these while. Sources say many more temples will be uncovered in coming days."
ट्रांसलेशन: “कहा जा रहा है कि ये 5000 साल पुराना मंदिर अयोध्या में सड़क चौड़ी करने के दौरान मिला- 'द राम जन्म भूमि'. स्थानीय लोगों ने इस मंदिर के ऊपर घर बना लिए, जिससे ये अब तक 'छिपा' रहा. सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में ऐसे और मंदिर निकल सकते हैं.”
हमने जांच में क्या पाया?
हमने वायरल पोस्ट पर कमेंट्स देखे और कई लोगों ने कमेंट में लिखा है कि ये फोटो वाराणसी से हो सकती है.
इसके बाद, हमने फोटो पर रिवर्स इमेज सर्च किया, जिससे हमें एक फेसबुक पोस्ट मिला जिसमें लिखा था कि ये फोटो काशी (वाराणसी) की है.
इसके बाद हमने गूगल पर काशी विश्वनाथ मंदिर सर्च किया. हमें हिंदी पब्लिकेशन अमर उजाला की 5 जनवरी 2020 एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल फोटो से ही मिलती-जुलती तस्वीर थी. रिपोर्ट के मुताबिक, ये फोटो वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट के कंस्ट्रक्शन साइट की है.
यहां नीचे हमने अमर उजाला की फोटो, और वायरल फोटो की तुलना की है.
हमने एक स्थानीय रिपोर्टर से भी संपर्क किया, जिन्होंने कंफर्म किया कि ये फोटो वाराणसी से ही है.
इससे साफ होता है कि वाराणसी की फोटो को गलत दावे के साथ अयोध्या का बताया जा रहा है.
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