पीएम नरेंद्र मोदी ने साल 2015 में मंगोलिया का दौरा किया था. उस दौरान वहां आयोजित एक कार्यक्रम का एक वीडियो Tokyo Olympic से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. इसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो टोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह का है. जिसमें लोग सूर्य नमस्कार करते हुए दिख रहे हैं.
दावा
वीडियो शेयर कर दावे में लिखा जा रहा है, ''टोक्यो में ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में किया जा रहा सूर्य नमस्कार और सूर्य नमस्कार कर रहे लोग हमारे राष्ट्रीय ध्वज के रंगों जैसी संरचनाएं बनाए हुए हैं. अपनी संस्कृति को दुनिया भर में फैलाने पर गर्व करें.''
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने InVid टूल का इस्तेमाल कर वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और इन कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च किया.
रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें एक यूट्यूब वीडियो मिला. जिसमें बताया गया है कि ये वीडियो मंगोलिया का है. यहां से क्लू लेकर हमने यूट्यूब पर दावे से जुड़े जरूरी कीवर्ड सर्च किए. हमें पीएम मोदी के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर मई 2015 का एक लाइव स्ट्रीम वीडियो मिला.
वीडियो का जो हिस्सा गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है, उसे करीब 5 मिनट 30 सेकेंड में देखा जा सकता है.
वीडियो के डिस्क्रिप्शन के मुताबिक ये वीडियो पीएम मोदी के 2015 में किए गए मंगोलिया दौरे के दौरान का है. ये वीडियो कम्यूनिटी रिसेप्शन और योगा इवेंट का है जिसे 'आर्ट ऑफ लिविंग' ने आयोजित किया था.
मतलब साफ है, 2015 का वीडियो गलत दावे के साथ टोक्यो ओलंपिक से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
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