दो अलग-अलग तस्वीरों को एक ही प्रेमी जोड़े की बताकर सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही हैं. इन तस्वीरों के साथ दावा किया जा रहा है कि एक हिंदू लड़की ने मुस्लिम लड़के से शादी की और फिर बाद में हत्या हो गई.
हमने पता लगाया कि जो कपल पहली दो तस्वीरों में दिख रहा है उन्होंने असल में भी धर्म के बाहर शादी की थी. लेकिन दोनों अभी जिंदा हैं. उनका तीसरी तस्वीर में जो सूटकेस में मिला महिला का शव दिखाया जा रहा है, उससे फोटो में दिख रहे कपल का कोई लेना देना नहीं है.
दावा
इन तस्वीरों को “Love Jihaad always ends at the death of a hindu girl.” कैप्शन के साथ ट्विटर और फेसबुक पर धड़ल्ले से शेयर किया जा रहा है. #MuslimsAreJihaadi जैसे हैशटैग्स भी कुछ पोस्ट में देखने को मिले.
27 अगस्त को “BJP Balochistan” नाम से चलने वाले एक ट्विटर अकाउंट ने ये फेक तस्वीरें फेक कहानी के साथ शेयर कीं. इस ट्वीट को 8,000 लाइक्स और 4,000 रिट्वीट्स मिल चुके हैं.
हमें क्या मिला?
हमने अपनी तफ्तीश में गूगल रिवर्स सर्च के जरिए दोनों तस्वीरों के बारे और जानकारी ढूंढी. इससे हमें एक फेसबुक पोस्ट मिला जिसमें दोनों देहरादून के गोरखपुर चौक के लवी जोशी और मोहम्मद आदिल पाशा के रूप में पहचाने गए हैं.
इसके बाद हमने पटेल नगर पुलिस से संपर्क किया जिनके अंडर गोरखपुर चौक आता है. पुलिस ने हमसे बातचीत में बताया कि ये दोनों देहरादून से हैं और जीवित हैं. पुलिस ने बताया कि-
इन दोनों ने धर्म के बाहर जाकर शादी की थी और ये देहरादून से हैं.
देहरादून पुलिस के मदद से हम सुरभि चौहान पाशा (फेसबुक पोस्ट वाली लवी) तक पहुंचे. ये वही महिला हैं जिनकी तस्वीरें वायरल की जा रही हैं. उन्होंने बताया कि कई अफवाहें सोशल मीडिया में उनकी और आदिल की शादी के बाद से फैलायी जा रही थीं.
हमारी शादी के अगले दिन ही हमारी तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल होने लगीं. साथ ही कई तरह की झूठी कहानियां भी फैलायी जा रही थीं. इनमें से एक था कि मेरे पति ने मेरा मर्डर कर दिया है. ये अफवाहें बजरंग दल के लोगों ने फैलाए थे. और हमने पुलिस से हेल्प मांगी थी.सुरभि चौहान पाशा
पुलिस ने आगे बताया कि सूटकेस से लाश मिलने जैसी कोई खबर उस इलाके में दर्ज नहीं की गई है.
देहरादून पुलिस के बातों से मिले सूत्र से हमने तीसरी तस्वीर के लिए भी रिवर्स गूगल सर्च किया. सर्च में Times of India के 27 जुलाई के अखबार में उस मामले की जानकारी मिली. रिपोर्ट में लिखा है कि एक अज्ञात महिला का शव सूटकेस में भरा हुआ गाजियाबाद में पाया गया है.
गाजियाबाद के एडिशनल SP ज्ञानेंद्र कुमार से संपर्क करने पर पता चला कि जो तस्वीर वायरल हो रही है वो असल में Times of India में जो रिपोर्ट मिली थी, उसी मामले की तस्वीर है. महिला की पहचान की तहकीकात अभी भी गाजियाबाद पुलिस कर रही है.
उन्होंने आगे ये साफ किया कि दोनों तस्वीरों में अलग-अलग महिला है क्योंकि लाश वाली तस्वीर तो गाजियाबाद की है.
इससे स्पष्ट होता है कि दो बिलकुल अलग महिलाओं की तस्वीरों को साथ इस्तेमाल करके 'लव जिहाद' की झूठी कहानी फैलायी जा रही है.
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