ADVERTISEMENTREMOVE AD

UP में विधानसभा चुनावों की तारीखों का नहीं हुआ ऐलान, वायरल दावा फर्जी है

दावा किया जा रहा है कि यूपी में 7 चरणों में होने वाले चुनाव 4 फरवरी से शुरू होंगे और 28 फरवरी तक होंगे

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) नजदीक हैं. ऐसे में यूपी से जुड़े कई दावे सोशल मीडिया पर वायरल होने शुरू हो गए हैं. एक टेक्स्ट शेयर कर ऐसा ही दावा किया जा रहा है कि यूपी में आगामी विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा कर दी गई है.

हालांकि, क्विंट की वेबकूफ टीम ने पाया कि ये दावा झूठा है. चुनाव आयोग ने अभी यूपी विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा नहीं की है. यूपी राज्य निर्वाचन आयोग ने भी इस दावे को फेक बताया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

दावा

सोशल मीडिया पर दावे में ये टेक्स्ट शेयर किया जा रहा है, ''लखनऊ उत्तर प्रदेश में , सात चरणों में चुनाव ...4 फरवरी, 8 फरवरी, 11 फरवरी, 15 फरवरी, 19 फरवरी, 23 फरवरी व 28 फरवरी।पहला चरण- 4 फरवरी''

इस मैसेज को ट्विटर और फेसबुक दोनों जगह शेयर किया जा रहा है. इन पोस्ट के आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

कुछ वेब पोर्टल्स में भी इस दावे को खबर की तरह पब्लिश किया गया है. इनके आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं.

यही दावा 2016 और 2017 में भी शेयर किया जा चुका है. जिनके आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

पड़ताल में हमने क्या पाया

हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च के माध्यम से उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों से जुड़ी रिपोर्ट्स चेक कीं. हमें Aaj Tak और Patrika में 15 दिसंबर और 18 दिसंबर को पब्लिश रिपोर्ट मिलीं.

दोनों ही रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी में चुनावों की तारीखों का ऐलान जनवरी में हो सकता है. साथ ही, ये भी बताया गया था कि ये चुनाव 7 से 8 चरणों में कराए जा सकते हैं. इन रिपोर्ट्स में इस बात का कोई जिक्र नहीं था कि चुनावों की तारीखें आ गई हैं या चुनाव किस तारीख से होंगे.

इसके बाद, Election Commission of India की वेबसाइट यूपी इलेक्शन कमीशन, दोनों वेबसाइट पर चेक किया. लेकिन, हमें उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों की तारीखों से संबंधित कोई घोषणा नहीं मिली.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

Election Commission of India की वेबसाइट के प्रेस रिलीज वाले सेक्शन और यूपी इलेक्शन कमीशन की ऑफिशियल वेबसाइट में हमें ऐसी कोई प्रेस रिलीज नहीं मिली जिसमें यूपी चुनावों की तारीखों के बारे में बताया गया हो.

दावे में दी गई तारीखें 2017 विधानसभा चुनावों की तारीखों से खाती हैं मेल

इसके बाद, हमने ये भी चेक करने की कोशिश की कि क्या दावे में इस्तेमाल की गई तारीखें पुराने किसी चुनाव की तारीखों से मेल तो नहीं खातीं. हमें Aaj Tak की एक रिपोर्ट मिली, जो 4 जनवरी 2017 को पब्लिश हुई थी. आर्टिकल में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में होने वाले 2017 विधानसभा चुनावों से जुड़ी जानकारी दी गई थी. इसमें दी गई कुछ तारीखें दावे में दी गई तारीखों से मेल खाती हैं, जिन्हें आप नीचे स्क्रीनशॉट में देख सकते हैं

  • 01/02

    ये रिपोर्ट 4 जनवरी 2017 को पब्लिश हुई थी

    (सोर्स: स्क्रीनशॉट/Aaj Tak)

  • 02/02

    ये रिपोर्ट 4 जनवरी 2017 को पब्लिश हुई थी

    (सोर्स: स्क्रीनशॉट/Aaj Tak)

ऊपर देखा जा सकता है, कि 4 फरवरी, 11 फरवरी, 15 फरवरी, 19 फरवरी, और 23 फरवरी वो तारीखें हैं जो वायरल दावे में भी बताई गई हैं. हालांकि, इसमें दी गई तारीखों के हिसाब से 4 फरवरी को गोवा और पंजाब में चुनाव थे और यूपी में प्रथम चरण के चुनाव 11 फरवरी से थे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

इसके अलावा, हमें यूपी में विधानसभा चुनावों की तारीखों से जुड़ी कोई ऐसी न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें ये बताया गया हो कि यूपी में चुनाव 4 फरवरी से शुरू हो रहे हैं.

हमने ज्यादा जानकारी के लिए, ECI की स्पोक्सपर्सन शेफाली शरण से संपर्क किया. उन्होंने टेक्स्ट मैसेज के जरिए बताया कि यूपी में चुनावों की तारीखों से जुड़ी ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई है.

हमने यूपी इलेक्शन कमीशन के चीफ इलेक्शन कमिश्नर अजय शुक्ला से भी संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया कि

वायरल मैसेज फेक है. अभी यूपी विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है.

अगले साल 5 राज्यों में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) होने वाले हैं. इससे पहले इन सभी राज्यों में चुनावों की तारीखों से जुड़ा एक फेक मैसेज वायरल हो चुका है, जिसकी पड़ताल वेबकूफ टीम ने की थी.

मतलब साफ है कि यूपी में विधानसभा चुनावों की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है. वायरल मैसेज गलत है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×