सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में कुछ बीजेपी नेताओं ने पथराव किया. वीडियो में कुछ लोग एक घर पर पत्थर बरसाते भी दिख रहे हैं. वेबकूफ की पड़ताल में सामने आया कि वीडियो पश्चिम बंगाल नहीं बल्कि तेलंगाना का है. जहां तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता और विधायक चल्ला धर्मा रेड्डी के वारंगल स्थित घर पर कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पथराव किया था.
दावा
वीडियो के साथ शेयर किया जा रहा कैप्शन है - अगर किसान दिल्ली में दंगा फैला रहे है, तो क्या भाजपा बंगाल में शांति की स्थापना करने पर लगी हुई है.


पड़ताल में हमने क्या पाया
वायरल वीडियो को ध्यान से देखने पर एक गाड़ी पर वारंगल पुलिस लिखा देखा जा सकता है. वारंगल पश्चिम बंगाल नहीं बल्कि तेलंगाना राज्य का एक शहर है.
वीडियो में पथराव कर रहे लोग बीजेपी का गमछा पहने देखे जा सकते हैं, इससे क्लू लेकर हमने अलग-अलग कीवर्ड्स सर्च कर वारंगल से जुड़ी ऐसी मीडिया रिपोर्ट्स सर्च करनी शुरू की, जिनसे बीजेपी नेताओं द्वारा घर पर पथराव किए जाने की पुष्टि होती हो.
सर्च रिजल्ट में हमारे सामने Latestly के यूट्यूब चैनल पर अपलोड की गई एक वीडियो रिपोर्ट आई. 2 फरवरी, 2021 की इस रिपोर्ट में वही वीडियो है, जिसे पश्चिम बंगाल का बताकर शेयर किया जा रहा है. डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, 31 जनवरी को बीजेपी के 39 कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता और विधायक चल्ला धर्मा रेड्डी के घर पर पथराव किया था.
इंडियन एक्सप्रेस पर भी इस मामले से जुड़ी रिपोर्ट है. रिपोर्ट के साथ दी गई फोटो को वायरल वीडियो के विजुुअल्स से मिलाने पर साफ हो रहा है कि ये एक ही घटना के हैं. रिपोर्ट के मुताबिक चल्ला धर्मा रेड्डी ने बीजेपी नेताओं पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि वे राम का इस्तेमाल अपने राजनीतिक हित के लिए कर रहे हैं. इसके बाद कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने वारंगल के हनमकोंडा में स्थित रेड्डी के घर पर कुर्सियों और पत्थरों से हमला कर दिया.


हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में भी यही विजुअल देखे जा सकते हैं.
हमने वारंगल के हनमकोंडा थाने के एसएचओ चंद्रशेखऱ से भी संपर्क किया. चंद्रशेखर ने ये पुष्टि की कि वायरल वीडियो वारंगल का ही है. उन्होंने वेबकूफ को बताया कि 31 जनवरी को कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विधायक चल्ला धर्मा रेड्डी के घर पर पथराव किया था. आरोपियों को 1 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया गया था.
मतलब साफ है कि पश्चिम बंगाल का बताया जा रहा वीडियो असल में हैदराबाद के वारंगल का है. ये सच है कि वायरल वीडियो में बीजेपी के कार्यकर्ता ही हैं, लेकिन घटना को किसी अन्य राज्य का बताकर भ्रामक दावा किया जा रहा है.
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