पश्चिम बंगाल चुनाव के बीच 2014 में आई भोजपुरी फिल्म के एक सीन का फोटो बंगाल में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का बताकर शेयर किया जा रहा है.
दावा
वायरल फोटो में एक शख्स महिला के साथ बदसलूकी करता दिख रहा है फोटो के साथ शेयर किया जा रहा कैप्शन है - .“In Bengal, the houses of Hindus are burnt, temples are being demolished. Nevertheless the UN shanti duniya silent world only speaks for the Rohingyos. Gaddar will now fight for our brothers #StandWithBengalHindus”
हिंदी अनुवाद - बंगाल में हिंदुओं के घर जलाए जा रहे हैं, मंदिर तोड़े जा रहे हैं, लेकिन यूएन की शांत दुनिया सिर्फ रोहिंग्याओं के लिए बोलेगी.
फोटो इसी दावे के साथ ट्विटर पर बड़े पैमाने पर शेयर हो रही है. पोस्ट्स का अर्काइव यहां और यहां देखा जा सकता है. यही फोटो 2018 में भी वायरल हुई थी. दावा किया गया था कि बीएसपी नेता अकबरउद्दीन अंसारी ने दलित महिला का उत्पीड़न किया.
पड़ताल में हमने क्या पाया
वायरल फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें 2014 का एक ब्लॉग पोस्ट मिला. जिसमें यही फोटो है.
ब्लॉग पर दी गई जानकारी के मुताबिक, ये फोटो 2014 में रिलीज हुई भोजपुरी फिल्म ‘औरत खिलौना नहीं’ के एक सीन की है.
हमें यूट्यूब पर पूरी फिल्म का अपलोड किया गया वीडियो मिला. 2 घंटे 11 मिनट का वीडियो गुजरने के बाद वही सीन आता है, जिसकी फोटो वायरल हो रही है.
भोजपुरी स्टार, बीजेपी नेता मनोज तिवारी और मोनालिसा बिस्वास भी इस फिल्म का हिस्सा हैं.
मतलब साफ है कि भोजपुरी फिल्म के एक सीन का फोटो सोशल मीडिया पर पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार का बताकर शेयर किया जा रहा है.
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