ADVERTISEMENTREMOVE AD

Chandrayan-3 की सफल लॉन्चिंग से नहीं, मिशन मंगल की सफलता से जुड़ी हैं ये फोटो

24 सितंबर 2014 को मंगल यान से जुड़े मिशन के सफल होने के बाद खुशी मनाते ISRO से जुड़े लोगों की हैं ये तस्वीरें.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) ने 14 जुलाई को चंद्रयान-3 (Chandrayan-3) को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है. ऐसे में कई महिलाओं की दो फोटो सोशल मीडिया पर इसी मिशन से जोड़कर शेयर की जा रही है.

क्या है दावा?: फोटो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि फोटो में दिख रही महिलाएं चंद्रयान-3 मिशन से जुड़ी महिला वैज्ञानिक हैं, जिन्होंने चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग कराई है.

(ऐसे और भी पोस्ट के आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.)

दावे से जुड़ी क्वेरी हमारी WhatsApp टिपलाइन पर भी आई है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सच क्या है?: न तो ये तस्वीरें हाल की हैं और न ही इनका चंद्रयान-3 से कोई संबंध है.

  • ISRO ने 5 नवंबर 2013 को मंगलयान लॉन्च किया था.

  • यह यान मंगल की कक्षा में 24 सितंबर 2014 को स्थापित हुआ था. ये तस्वीरें इसी दिन की हैं, जब इसरो में इस मिशन से जुड़े इंजीनियर और वैज्ञानिक मिशन की सफलता के बाद खुशी मना रहे थे.

हमने सच का पता कैसे लगाया?: वायरल तस्वीरों में से एक को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें India Today की एक रिपोर्ट मिली.

  • 24 सितंबर 2014 को पब्लिश इस रिपोर्ट के मुताबिक, बेंगलुरु में ISRO के मिशन मंगल की सफलता पर मिशन से जुड़े इंजीनियर और वैज्ञानिकों के खुशी मनाते पल कैमरे में कैद किए गए थे.

  • रिपोर्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीरों में से वायरल हो रही पहली तस्वीर हूबहू और दूसरी, अलग एंगल से ली गई तस्वीर इस्तेमाल की गई थी.

दूसरी न्यूज रिपोर्ट्स: इसके अलावा, हमें BBC, Scoopwhoop समेत कई दूसरी न्यूज वेबसाइटों पर यही तस्वीरें मिलीं, जहां ये जानकारी भी दी गई थी कि ये तस्वीरें 2014 में मिशन मंगल की सफलता के दौरान की हैं.

  • पहली वायरल तस्वीर आप BBC और The Hindu जैसी वेबसाइटों पर मिली.

  • वहीं, दूसरी तस्वीर Scoopwhoop और My Story जैसी वेबसाइटों पर मिली.

क्या था मिशन मंगल?: इसरो के उपग्रह ने मंगलयान 24 सितंबर 2014 को मंगल ग्रह की अंडाकार कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश किया था.

  • इस मिशन को पूरा करने में 450 करोड़ का खर्च आया था.

  • मिशन के कामयाब होते ही भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया जिसने पहले ही प्रयास में मंगल ग्रह में अपना उपग्रह पहुंचाने में कामयाबी पाई.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

चंद्रयान-3 के बारे में: चंद्रयान-3, 14 जुलाई को ISRO के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफलतापूर्वक लॉन्च हुआ.

  • उम्मीद है कि लगभग 3.84 लाख किलोमीटर का सफर करने के बाद चंद्रयान-3 23 या 24 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर उतरेगा.

  • इसकी लागत करीब 615 करोड़ आई है.

निष्कर्ष: साफ है कि इसरो के मंगलयान उपग्रह की सफलता के बाद खुशी मनाते मिशन से जुड़े लोगों की 9 साल पुरानी तस्वीरें, हाल में लॉन्च किए गए चंद्रयान-3 से जोड़कर गलत दावे से शेयर की जा रही हैं.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×