एक समय था जब दक्षिण अफ्रीका में भारतीय मूल के अजय, अतुल और राजेश गुप्ता का सिक्का चलता था. वहां के सबसे प्रतिष्ठित बिजनेसमैन के रूप में मशहूर गुप्ता बंधुओं की राजनीति में भी ऊपर तक पहुंच थी. कैबिनेट की नियुक्तियों तक में इनका दखल होता था.
लेकिन अब हालात ये है कि इन तीनों भाइयों में से एक को भगोड़ा घोषित किया जा चुका है, वहीं दूसरे के बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिया गया है. पुलिस इन लोगों की तलाशी कर रही है और ये तीनों भाई अपनी जान बचाने के लिए भागे-भागे फिर रहे हैं.
सबकुछ होता था इनकी मर्जी से
कुछ समय पहले तक वहां के राष्ट्रपति रहे जैकब जुमा के साथ गुप्ता भाइयों के संबंध इस लेवल के थे कि वे वे जो भी चाहे वही होता था. ये लोग अपने राजनीतिक संबंधों का फायदा उठाकर हाई सिक्योरिटी वाले एक एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल शादी में अपने मेहमानों के आने-जाने के लिए किया था.
प्रमुख सरकारी कंपनियों में अपने जानकारों की नियुक्ति करवाई. टैक्सपेयर फंड्स में करोड़ों के गबन के बावजूद वहां के कानून ने उनके खिलाफ सीधे तौर पर कोई कार्रवाई नहीं की.
जैकब जुमा के इस्तीफा से बदल गया सबकुछ
लेकिन 14 फरवरी के बाद से सबकुछ बदल गया है. फरवरी का ये तारीख इनके लिए काफी भारी पड़ा.
जैसे ही जैकब जुमा ने अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस के दबाव में आकर राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया. गुप्ता बंधुओं के ऊपर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा.
उसी दिन वहां की पुलिस जांच एजेंसी ने जोहान्सबर्ग के सक्सनवॉल्ड उपनगर में इनकी गुप्त लग्जरी संपत्ति पर छापा मारा. उनके कुछ टॉप अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया और सबसे बड़े भाई अजय को भगोड़ा घोषित किया गया.
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देश छोड़ कर हुए फरारा
कुछ समय पहले दक्षिण अफ्रीका की जांच एजेंसी ने एक सरकारी डेयरी फार्म में हुई 17 मिलियन डॉलर की चोरी के आरोप में गुप्ता बंधुओं के नियंत्रण वाली कंपनी के पांच पूर्व चीफ एग्जीक्यूटिव को गिरफ्तार किया. उस केस में गुप्ता बंधुओं का नाम सीधे पर नहीं आ पाया था. लेकिन जांच की सूई तभी से उनकी तरफ टिक गया था.
आने वाला समय मुश्किलों वाला देखते हुए अजय गुप्ता 6 फरवरी को चुपके से दक्षिण अफ्रीका से दुबई निकल लिए. मामले की जांच में तेजी आने के बाद अतुल गुप्ता का भी बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है. अतुल के भी दुबई में छुपे होने के कयास लगाए जा रहे हैं. वहीं अब तक राजेश गुप्ता का कुछ पता नहीं चल पाया है.
कौन हैं गुप्ता बंधु?
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के गुप्ता बंधु अजय, अतुल और राजेश गुप्ता दक्षिण अफ्रीका में श्वेत शासन समाप्त होते ही 1993 में भारत से वहां चले गये थे. गुप्ता परिवार का कंप्यूटिंग, खनन, विमानन, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और मीडिया समेत कई क्षेत्रों में कारोबार है.
गुप्ता परिवार पर आरोप है कि किसानों की मदद के लिए बनाया गए एस्टिना डेयरी से इन लोगों ने लाखों डॉलर की कमाई की है. क्योंकि इन्हें राष्ट्रपति जैकब का समर्थन हासिल था.
(इनपुटः ब्लूमबर्ग)
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