अमेरिकी एयरस्ट्राइक में ईरानी कुद्स फोर्स के हेड जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद ईरान गुस्से में है. ईरानी राष्ट्रपति हसन रुहानी ने ट्वीट कर अमेरिका से बदला लेने की धमकी दी है. वहीं अमेरिकी दूतावास ने बगदाद में स्थित अपने सभी नागरिकों को तुरंत इराक छोड़ने के लिए कहा है.
हसन रुहानी ने ट्वीट में लिखा, "जनरल कासिम सुलेमानी ने आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ जो लड़ाई का झंडा उठाया था, उसे बुलंद ही रखा जाएगा. अमेरिका की ओर से जो ज्यादतियों का बदला लिया जाएगा. ईरान अमेरिका के इस जघन्य अपराध का बदला लेगा."
इससे पहले ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड्स के पूर्व प्रमुख ने कहा था कि गार्ड्स के कुद्स फोर्स के कमांडर कासिम सुलेमानी की बगदाद में हत्या का बदला लिया जाएगा. इक्स्पीडीएन्सी काउंसिल के प्रमुख और गार्ड्स के पूर्व प्रमुख मोहसिन रेजाई ने ट्वीट किया, ‘‘सुलेमानी अपने शहीद भाइयों में शामिल हो गए हैं लेकिन हम अमेरिका से बदला लेंगे.’’
बता दें, इराक की राजधानी बगदाद में हुई अमेरिकी एयरस्ट्राइक में ईरानी कद्स फोर्स के हेड जनरल कासिम सुलेमानी की मौत हो गई है. व्हाइट हाउस ने इस हमले की पुष्टि करते हुए बताया है कि इसे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देशों पर अंजाम दिया गया है. जनरल सुलेमानी की मौत ईरान के लिए बड़ा झटका बताया जा रहा है.
“अमेरिकी नागरिक तुरंत इराक छोड़ें”
बगदाद में हालात को बिगड़ते देख अमेरिकी दूतावास ने बगदाद और आस-पास के इलाकों में मौजूद अपने सभी अमेरिकी नागरिकों से तुरंत प्रभाव से इराक छोड़ने के लिए कहा है. साथ ही एक प्रेस रिलीज में अमेरिकी दूतावास ने सभी नागरिकों को तीन बातों का भी ध्यान रखने के लिए कहा है-
- इराक ट्रैवल ना करें
- अमेरिकी दूतावास के पास न जाएं
- हर छोटी-बड़ी खबर पर ध्यान जरूर रखे
वहीं, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ''जनरल सुलेमानी और उनका कुद्स फोर्स सैकड़ों अमेरिकियों और बाकी गठबंधन सहयोगियों के सदस्यों की मौत और हजारों को जख्मी करने के लिए जिम्मेदार थे.''
कौन थे अमेरिकी हमले में मारे गए ईरान के जनरल सुलेमानी?
जनरल सुलेमानी साल 1998 से ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स की यूनिट कद्स फोर्स की अगुवाई कर रहे थे. यह फोर्स मुख्य तौर पर विदेश में गुप्त ऑपरेशन चलाती थी. ईरान ने सीरिया में कद्स फोर्स की भूमिका स्वीकार की है, जहां इसने राष्ट्रपति बशर अल-असद के समर्थन वाली फोर्सेज की मदद की है. इसके अलावा ईरान ने इराक में भी कद्स फोर्स की भूमिका स्वीकारी है, जहां इस फोर्स ने आतंकी संगठन आईएस के खिलाफ शियाओं की अगुवाई वाले पैरामिलिट्री फोर्सेज की मदद की.
इन लड़ाइयों में कद्स फोर्स की भूमिका से ईरान में जनरल सुलेमानी की लोकप्रियता काफी बढ़ गई थी.
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