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रूस की चेतावनी-NASA ने सहयोग नहीं किया तो भारत-चीन पर गिर सकता है 500 टन ढांचा

स्पेस स्टेशन का काम सभी अंतरराष्ट्रीय पार्टनर्स के साथ जारी रखेंगे भले ही वो रूस का रोस्कोसमोस हो- NASA

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रूस (Russia) की अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख का कहना है कि अमेरिका (America) के नए प्रतिबंधों में अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (International Space Station) पर हमारे सहयोग को खत्म करने की क्षमता है. वर्तमान में चार नासा (NASA) अंतरिक्ष यात्री, दो रूसी अंतरिक्ष यात्री और एक यूरोपीय अंतरिक्ष यात्री वहां बोर्ड पर काम कर रहे हैं.

रोस्कोस्मोस के महानिदेशक दिमित्री रोगोजिन ने ट्विटर पर कहा कि "राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार को नए प्रतिबंधों की घोषणा की है कि उनके (रूस के) एयरोस्पेस इंडस्ट्री को और अंतरिक्ष प्रोग्राम के गौरव को ठेस पहुंचाई जाएगी"

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उन्होंने आगे कहा, "यदि आप हमारे साथ सहयोग को खत्म करने की कोशिश करते हैं तो अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) को अनियंत्रित डिऑर्बिट से कौन बचाएगा और अगर यह अमेरिका या यूरोप पर गिर जाए तो? भारत और चीन पर 500 टन का ढांचा भी गिर सकता है. क्या आप उन्हें ऐसी संभावना के साथ धमकी देना चाहते हैं? ISS रूस के ऊपर नहीं उड़ता है, इसलिए सभी जोखिम आपके हैं. क्या आप उनके लिए तैयार हैं?"

सीएनएन के अनुसार नासा के एक प्रवक्ता का कहना है कि यह "अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के काम को वो अपने सभी अंतरराष्ट्रीय पार्टनर्स के साथ जारी रखेंगे भले ही वो रूस का रोस्कोसमोस हो."

बता दें कि अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन का हिस्सा रूस और अमेरिका सहित जापान, कैनेडा और यूरोप का भी है और ये दो सेक्शन में बंटे हैं एक अमेरिका है और दूसरा रूस. साथ ही साथ ये दोनों सेक्शन एक दूसरे के बिना काम नहीं कर सकते.

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