चीन में एक बार फिर कोरोना वायरस का कहर देखने को मिल रहा है. कोविड-19 के नए मामले सामने आने के बाद चीन में करीब दो करोड़ लोगों को लॉकडाउन में रखा गया है. कुल डेढ़ करोड़ से ज्यादा की आबादी वाले चीन के दो शहरों- Shijiazhuang और Xingtai में लॉकडाउन लगाया गया है. वहीं, गुरुवार को चीन में पिछले 8 महीनों में कोरोवा वायरस से पहली मौत रिकॉर्ड की गई.
चीन में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के रोजाना 100 से ज्यादा मामले सामने आए है. कोविड के बढ़ते केसों ने प्रशासन को सचेत कर दिया है, जिसके बाद सख्त लॉकडाउन लगाए जा रहे हैं.
चीन की की राजधानी बीजिंग में भी कुछ जिलों को बंद कर दिया गया है. वहीं, Langfang और Heilongjiang में भी लॉकडाउन लगा दिया गया है. इकनॉमिक टाइम्स में छपी न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, Shijiazhuang और Xingtai में शादियों से लेकर अंतिम संस्कार जैसे आयोजनों पर रोक लगा दी गई है. कम्युनिस्ट पार्टी की एक कॉन्फ्रेंस को भी रोक दिया गया है.
हिबेई कोरोना वायरस का नया हॉटस्पॉट बनकर सामने आ रहा है. बताया जा रहा है कि 14 जनवरी को रिपोर्ट की गई मौत भी हिबेई प्रोविंस में हुई है. यहां पहले से ही सरकार ने सख्त लॉकडाउन लगाया हुआ है.
चीनी हेल्थ एक्सपर्ट्स ने गांव में कोरोना के संक्रमण को एक बड़ी चुनौती बताया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देशभर में करीब 800 मरीजों का इलाज चल रहा है.
चीन में कोरोना वायरस वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इसके बावजूद सरकार ने लोगों को कम से कम यात्रा करने की हिदायत दी है. कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद ट्रेसिंग में भी तेजी दिखाई जा रही है.
WHO की टीम चीन पहुंची
कोरोना वायरस की जांच के लिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की एक टीम 14 जनवरी को बुधवार पहुंची. 10 वैज्ञानिकों की ये टीम कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत कहां से हुई, इसकी जांच करेगी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जांच से पहले सभी को वुहान में दो हफ्तों का क्वॉरन्टीन पीरियड पूरा करना होगा.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के कोविड डेटाबेस के मुताबिक, चीन में अभी तक कोविड-19 के 97 हजार से ज्यादा मामले सामने आए है. अब तक चीन में 4,796 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है.
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