कोरोनावायरस के कारण चीन में और 42 लोगों की मौत के साथ ही दुनियाभर में इस संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 3,000 के पार पहुंच गई है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि सभी 42 लोगों की मौत हुबेई प्रांत में हुई है. आयोग ने यह भी कहा कि अब वायरस का प्रकोप कम हो रहा है और संक्रमण के नए मामले सामने आने की रफ्तार भी कम हुई है.
बता दें चीन का हुबेई प्रांत इस बीमारी का केंद्र है. हुबेई की राजधानी वुहान में इस बीमारी ने काफी कहर मचाया है. चीन ने सफलता के साथ इस बीमारी को हुबेई में बहुत हद तक सीमित करने में कामयाबी पाई है. इसके बावजूद यह वायरस दुनिया भर के कई देशों तक पहुंच चुका है
दुनियाभर पर पड़ा है असर
चीन की अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस संक्रमण के चलते एक तरह से पूरी दुनिया से कट गयी है. यह संक्रमण चीन से बाहर कई देशों में भी फैल चुका है. इस महामारी का विश्व की अर्थव्यवस्था पर असर गंभीर होने की आशंकाओं के चलते वैश्विक शेयर बाजारों में 2008 के आर्थिक संकट के बाद का सबसे बुरा हफ्ता रहा.
दुनिया के सबसे शेयर बाजार वॉल स्ट्रीट में एक हफ्ते में 12 फीसदी की गिरावट आई है. दुनियाभर के बाजारों में गिरावट आने से इंवेस्टर्स को 6 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है.
यह वायरस कहां से उभरा है, अभी तक इस पर कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पाया है. फिर भी इस वायरस के चमगादड़ो से संबंधित वायरस से उभार की आशंका जताई जा रही है. विश्लेषकों का मानना है कि चमगादड़ों से यह वायरस पेंगोलिन (छिपकली) में पहुंचा, जहां से यह इंसानों में आया. बड़े पैमाने पर इस वायरस का फैलाव इंसानों से इंसानों के जरिए हुआ है.
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