चीन (China) के कई इलाकों में कोविड लॉकडाउन (Covid-19 Lockdown) लगने की वजह से. वहां के निवासी अब खाने-पीने और आवश्यक वस्तुओं की कमी की शिकायत कर रहे हैं. चीन के कम से कम 30 इलाकों में लाखों लोगों को पार्शियल या फुल लॉकडाउन के तहत घर पर रहने का आदेश दिया गया है. पश्चिमी शिनजियांग के एक निवासी ने कहा, "15 दिन हो गए हैं, हमारे पास आटा, चावल, अंडे नहीं हैं. कुछ दिनों पहले से, हमारे पास बच्चों के लिए दूध खत्म हो गया है."
जबरन लिफ्टें बंद, दूध, सैनिटरी पैड और खाने की कमी
चीन की जीरो-कोविड पॉलिसी के अंतर्गत सख्त लॉकडाउन की पॉलिसी है. भले ही कुछ ही मामले सामने आए हों. 12 सितम्बर को चीन ने पूरे देश में 949 नए कोविड मामले दर्ज किए थे.
झिंजियांग में कजाकिस्तान के साथ सीमा के पास इली कजाख स्वायत्त प्रान्त में एक हफ्ते के लॉकडाउन ने हताश निवासियों को सोशल मीडिया पर मदद के लिए अपील करने पर मजबूर किया है.
बीबीसी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक एक पोस्ट में एक उइगर व्यक्ति का एक इमोशनल वीडियो सामने आया है. जिसमें वह कह रहा है कि उसके तीन बच्चों ने तीन दिनों से कुछ नहीं खाया है. इली की राजधानी यिनिंग शहर में, भोजन, दवा और सैनिटरी पैड के लिए 300 से ज्यादा अर्जेंट रिक्वेस्ट को दिखाता एक ऑनलाइन डॉक्यूमेंट बड़े पैमाने पर शेयर किया गया था.
"मेरे पास सामान खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं. मेरी पत्नी गर्भवती है और हमारे दो बच्चे हैं. हमारे पास गैस की कमी है. मेरी पत्नी को चिकित्सा जांच की जरूरत है"यिनिंग शहर का एक निवासी
इस इलाके में हान चीनी, कजाख और उइगर निवासियों की मिक्स आबादी है. चीन के दक्षिण-पश्चिमी गुइझोउ इलाके में अधिकारियों ने बिना किसी चेतावनी के प्रांतीय राजधानी गुइयांग के एक इलाके को बंद कर दिया, जिससे 500,000 निवासियों को बिना किसी तैयारी के घर पर फंसा दिया गया. गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक लोगों को जाने से रोकने के लिए इमारतों में लिफ्ट बंद कर दी गई थी.
इस बीच, सिचुआन प्रांत की राजधानी चेंगदू, लॉकडाउन के तहत आने वाला सबसे बड़ा शहर है. शंघाई को इस साल की शुरुआत में दो महीने के लॉकडाउन का सामना करना पड़ा था. यहां 21 मिलियन लोगों को शहर में प्रवेश करने या उनके शहर छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, केवल निवासियों के कोविड टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट के सबूत दिखाने के बाद ही आवश्यक वस्तुओं को खरीदने की अनुमति दी है.
चीन पूरी तरह से कोविड के प्रकोप को खत्म करने का प्रयास कर रहा है. यह दावा करते हुए कि वायरस के व्यापक उछाल को रोकने के लिए यह कदम जरुरी हैं और ऐसा न करना अस्पतालों को प्रभावित कर सकता है.
जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के मुताबिक कोविड महामारी शुरू होने के बाद से चीन ने आधिकारिक तौर पर 15,000 से कम मौतें दर्ज की हैं.
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