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WHO विशेषज्ञ का दावा- 'डेल्टाक्रॉन वैरिएंट अभी कोई वास्तविक वैरिएंट नहीं'

साइप्रस (Cyprus) के एक वैज्ञानिक ने नए वैरिएंट डेल्टाक्रॉन को खोजने का दावा किया था.

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साइप्रस (Cyprus) के एक वैज्ञानिक ने दावा किया है कि उनकी टीम ने डेल्टाक्रॉन (Deltacron) नामक एक नए कोविड-19 (Covid19) वैरिएंट की पहचान की है. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) में भारतीय मूल की कोविड विशेषज्ञ डॉ. कृतिका कुप्पल्ली ने कहा कि डेल्टाक्रॉन वास्तविक नहीं है.

डॉक्टर कृतिका कुप्पल्ली, जो कोविड तकनीकी टीम का हिस्सा हैं, उन्होंने ट्विटर पर कहा, "डेल्टाक्रॉन वास्तविक नहीं है और संभवत: सीक्वेंसिंग आर्टिफैक्ट (डेल्टा नमूने में ओमिक्रॉन सीक्वेंस अंशों का लैब संदूषण या कोंटामिनेशन) के कारण है."

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एक्सपर्ट्स ने इसे वैरिएंट मानने से किया इंकार

इससे पहले इंपीरियल कॉलेज लंदन के एक वायरोलॉजिस्ट टॉम पीकॉक ने कहा था कि कई बड़े मीडिया आउटलेट्स द्वारा रिपोर्ट किया गया साइप्रस डेल्टाक्रॉन सीक्वेंस काफी स्पष्ट रूप से दूषित (कंटामिनटेड) दिखाई देता है.

वायरोलॉजिस्ट टॉम पीकॉक का कहना है कि डेल्टाक्रॉन वैरिएंट न होकर वास्तविक वैरिएंट का दूषित रूप हो सकता है. जब नए वैरिएंट की जीनोम सीक्वेंसिंग की जाती है तो इस तरह के कंटेनिमेटेड वर्जन पैदा हो सकते हैं. इन्हें आमतौर पर वैरिएंट नहीं माना जाता है. इनकी सॉर्स सीओवी-2 वायरस की तरह जेनेटिक लिंक नहीं जुड़ता है.

केंट विश्वविद्यालय में मॉलिक्यूलर मेडिसिन के प्रोफेसर मार्टिन माइकलिस ने द मिरर को बताया कि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि इसके नमूने असली हैं या बाकी सीक्वेंसिंग मिस्टेक या संदूषण (कोंटामिनेशन) की वजह से है.

उन्होंने कहा, जहां तक मैं बता सकता हूं, साइप्रस के शोधकतार्ओं ने सार्स-सीओवी-2, कोरोनावायरस, जो कोविड का कारण बनता है उसके नमूनों को अनुक्रमित (सीक्वेंसिंग) किया है, और जीनोमिक सीक्वेंस प्राप्त किए हैं, जो ओमिक्रॉन और डेल्टा वैरिएंट की विशेषताओं को जोड़ते हैं. यह अभी तक साफ नहीं है कि क्या यह वास्तविक है या अनुक्रमिक गलती या संदूषण का नतीजा है.

इससे पहले साइप्रस यूनिवर्सिटी में बायोलॉजिक साइंसेस के प्रोफेसर और बायोटेक्नॉलजी के प्रमुख लियोनडिओस कोस्त्रिकिस ने दावा किया था कि नया कोरोनावायरस का वैरिएंट डेल्टाक्रॉन साइप्रस में पाया गया है.

कोस्त्रिकिस ने दावा किया था कि उनकी टीम ने 25 लोगों में एक नए वैरिएंट डेल्टाक्रॉन का पता लगाया है. कोस्त्रिकिस के अनुसार साइप्रस में लिए गए 25 नमूनों में से 11 को वायरस की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जबकि 14 सामान्य थे.

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साइप्रस मेल ने बताया कि यह काफी संभव है कि नया स्ट्रेन कहीं और नहीं पाया गया है और मामलों के सीक्वेंस जीआईएसएआईडी को भेजे गए हैं, जो एक ओपन एक्सेस डेटाबेस है, जो कोरोनावायरस में हो रहे बदलाव को ट्रैक करता है.

साइप्रस के स्वास्थ्य मंत्री मिखलिस हाडजीपांडेलस के हवाले से कहा गया है कि नया वैरिएंट इस समय चिंता का विषय नहीं है.

स्क्रिप्स रिसर्च ट्रांसलेशनल इंस्टीट्यूट के मोलेक्यूलर जीवविज्ञानी एरिक टोपोल ने भी एक ट्वीट में कहा है कि डेल्टाक्रॉन को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है.

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