अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इम्पीचमेंट ट्रायल (Donald Trump Impeachment Trial) में बड़ी राहत मिली है. सीनेट ने ट्रंप को कैपिटल हिल विद्रोह भड़काने के आरोप से बरी कर दिया है. ट्रंप के खिलाफ डेमोक्रेट्स ने कैपिटल बिल्डिंग हिंसा के एक अनदेखे वीडियो का इस्तेमाल किया था, जिसके आधार पर कहा जा रहा था कि ट्रंप पर दोष साबित हो सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इस वीडियो में 6 जनवरी को हुई हिंसा की भयावहता को देखा जा सकता है.
हाउस इम्पीचमेंट मैनेजर्स 10 जनवरी को ट्रंप के खिलाफ एक वीडियो पेश किया था, जिसमें कैपिटल में मौजूद पुलिस की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी शामिल थी. इस वीडियो को हादसे की पूरी टाइमलाइन क्रिएट करने के लिए पेश किया गया था.
CBS News के यूट्यूब पर शेयर किए इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे हिंसक प्रदर्शनकारी हाथों में बेसबॉल बैट और झंडे लिए कैपिटल की खिड़कियों को तोड़कर अंदर घुसते हैं. इसके बाद प्रदर्शनकारी पूरी बिल्डिंग में फैल जाते हैं.
माइक पेंस को ढूंढ रहे थे प्रदर्शनकारी
कैपिटल हिल के सिक्योरिटी कैमरे में रिकॉर्ड हुए इस फुटेज में आगे देखा जा सकता है कि हिंसक प्रदर्शनकारी वाइस प्रेसिडेंट माइक पेंस और स्पीकर नैन्सी पैलोसी को ढूंढते नजर आते हैं.
हाउस इम्पीचमेंट मैनेजर स्टेसी प्लासकेट ने सीनेट में बताया कि कैपिटल के बाहर पत्रकारों ने रिपोर्ट किया था कि प्रदर्शनकारी माइक पेंस को ढूंढ रहे हैं और वो उन्हें फांसी पर लटकाने की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों को कहते सुना जा सकता है, “हैंग माइक पेंस.”
एक सिक्योरिटी फुटेज में माइक पेंस और उनका परिवार सीढ़ियों से सुरक्षित जगह जाते देखा जा सकता है.
स्टेसी प्लासकेट ने कैपिटल बिल्डिंग के मैप और फ्लोर के रिप्रेजेंटेशन के आधार पर एक-एक कर बताया कि हिंसा के दौरान क्या-क्या हुआ था.
ऑफिसर यूजीन गुडमैन ने मिट रॉमनी को बचाया
इस वीडियो में ऑफिसर यूजीन गुडमैन रिपब्लिकन सीनेटर मिट रॉमनी को बचाते भी नजर आ रहे हैं. रॉमनी कैपिटल बिल्डिंग के हॉलवे में चल रहे थे, जब पुलिस ऑफिसर गुडमैन दौड़ते हुए आते हैं और उन्हें दूसरी दिशा में जाने की चेतावनी देते हैं. इसके बाद रॉमनी को भागते हुए देखा जाता है.
कैपिटल बिल्डिंग हिंसा में प्रदर्शनकारियों को रोकने और नेताओं को बचाने के लिए गुडमैन की काफी तारीफ हुई है. नेशनल हीरो बन चुके गुडमैन को रॉमनी ने भी शुक्रिया कहा है.
‘विद्रोह भड़काने’ के आरोप से बरी हुए डोनाल्ड ट्रंप
महाभियोग प्रस्ताव में ट्रंप पर कैपिटल बिल्डिंग में हुई हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया गया था. ट्रंप पर आरोप था कि उन्होंने हिंसा से पहले एक रैली में ‘भड़काऊ भाषण’ दिया और लोगों को उकसाया. इस आरोप के बाद ट्विटर ने भी उनके अकाउंट को स्थायी तौर पर बैन कर दिया था. वहीं, फेसबुक और यूट्यूब की तरफ से भी ये एक्शन लिया गया था.
ट्रंप को सीनेट ने उनके दूसरे इम्पीचमेंट ट्रायल में भी बरी कर दिया है. उन्हें दोषी ठहराने के लिए सीनेट में 57 वोट पड़े, जबकि ट्रंप के समर्थन में 43 वोट पड़े. इस वोटिंग में 7 रिपब्लिकन्स ने ट्रंप के खिलाफ वोट किया.
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