चीन के महत्वाकांक्षी बेल्ट रोड इनिशिएटिव (BRI) को काउंटर करने के लिए G7 देश अपना इंफ्रास्ट्रक्चर प्लान लेकर आ रहे हैं. इंग्लैंड में चल रहे G7 समिट 2021 के दौरान अमेरिका, जर्मनी समेत सात बड़ी अथव्यवस्थाओं ने बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड (B3W) इनिशिएटिव लॉन्च किया. इसके जरिए G7 गरीब अर्थव्यवस्थाओं को इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश देने की योजना में है.
BRI चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की विदेश और आर्थिक नीति का सबसे महत्वकांक्षी और अहम प्रोजेक्ट है. इसका लक्ष्य चीन के पड़ोसी क्षेत्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने में मदद के जरिए बीजिंग का आर्थिक नेतृत्व मजबूत करना है. BRI जिनपिंग का मल्टी-ट्रिलियन डॉलर का प्रोजेक्ट है.
G7 और खासकर अमेरिका पिछले कई सालों से BRI की काट ढूंढ रहे हैं. कुछ सालों में चीन की आर्थिक स्थिति में बहुत सुधार आया है और वो बड़ी आर्थिक शक्ति बनकर उभरा है.
क्या है G7 की योजना?
व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा, "अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और दूसरे G7 नेताओं को उम्मीद है कि बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड (B3W) इनिशिएटिव 2035 तक विकासशील देशों को पड़ने वाली 40 ट्रिलियन डॉलर की मदद के लिए पारदर्शी इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनरशिप का मौका होगा."
रॉयटर्स से बाइडेन प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि ये ‘सिर्फ चीन को पछाड़ने के लिए नहीं है.’ अमेरिका ने कहा है कि G7 में सहमति बनी है कि व्यापार और मानवाधिकार को लेकर चीन पर एक साझे रवैये की जरूरत है.
G7 अपने इनिशिएटिव को क्लाइमेट, हेल्थ, हेल्थ सिक्योरिटी, डिजिटल टेक्नोलॉजी और लिंग समानता के क्षेत्रों में प्राइवेट-सेक्टर कैपिटल मोबिलाइज करने के लिए इस्तेमाल करेगा.
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