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भारत को अमेरिका से वैक्सीन की उम्मीद, अगले हफ्ते US जाएंगे जयशंकर

जयशंकर की विजिट के लिए भारतीय राजदूत पहले ही तैयार कर चुके हैं जमीन

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कोरोना की दूसरी लहर का भारत में कहर जारी है. इस बीच देश में लगातार वैक्सीन की कमी बनी हुई है. अब भारत सरकार अगले हफ्ते 24 से 28 मई के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर को अमेरिका भेज रही है, ताकि वहां से वैक्सीन आयात करवाया जा सके और वैक्सीन निर्माताओं के समझौते जल्द हो सकें.

इंडियन एक्सप्रेस अखबार के मुताबिक राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल में घोषणा करते हुए कहा था कि अमेरिका वहां चल रही तीनों वैक्सीन के 2 करोड़ डोज और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के 6 करोड़ डोज का निर्यात करेगा. बता दें एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन फिलहाल अमेरिका में उपयोग नहीं की जा रही है. यह निर्यात जून के आखिर तक किया जाएगा.

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अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि इनमें से कितना हिस्सा भारत को मिलेगा. विदेश मंत्रालय ने एक स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा, "जयशंकर न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मिल सकते हैं. वहीं वाशिंगटन डीसी में वे अपने समकक्ष एंटनी ब्लिंकेन से मुलाकात करेंगे. इसके अलावा वे द्विपक्षीय समझौतों के लिए कैबिनेट के दूसरे सदस्यों और वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे."

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में बताया गया है कि जयशंकर की यात्रा के पहले अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने मैदान तैयार कर लिया है. उन्होंने इसके लिए शीर्ष अमेरिकी अधिकारियों, जिनमें CDC डॉयरेक्टर रोशेल वेलेंस्की, चीफ मेडिकल एडवाइजर डॉ एंथनी फाउची शामिल हैं, उनसे मुलाकात भी की है.

पिछले कुछ हफ्तों में संधू ने वैक्सीन निर्माताओं से भी मुलाकात की है. इनमें फाइजर के सीईओ एल्बर्ट बाउर्ला और जे एंड जे चेयरमैन और सीईओ एलेक्स गोर्सकी शामिल हैं. संधू ने रेमडेसिविर व कोविशील्ड के लिए कच्चा माल सप्लाई करने वाले संस्थानों के प्रमुखों से भी मुलाकात की है.

बता दें भारत में अब तक 19 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज लग चुकी हैं. गुरुवार को भारत में 1,482,754 डोज लगाई गई थीं.

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