इजरायल-हमास के बीच जारी संघर्ष (Israel Hamas attack) को शुरू हुए आठ दिन हो गए हैं. अब यह युद्ध और खतरनाक रूप ले सकता है. मीडिया की खबरों के अनुसार, अब इजरायल ग्राउंड ऑपरेशन के साथ ही गाजा पर हवाई और समुद्र तीनों रूप से आक्रमण करने की तैयारी में है. इजरायल और हमास, दोनों के संघर्ष में अब तक 1300 से अधिक इजरायली और 2300 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं. आइए जानते हैं ऐसे में हमास और इजरायल के युद्ध को लेकर दुनिया भर की मीडिया ने क्या लिखा है?
द वाशिंगटन पोस्ट
वाशिंगटन पोस्ट ने इजरायल और हमास के युद्ध की खबरों को प्रमुखता से अपने वेबसाइट पर जगह दी है. अमेरिकी न्यूज वेबसाइट ने लिखा कि गाजा में संकट गहराने के साथ ही, इजराइल ने 'व्यापक' हमलों की योजना बनाई है. उसने लिखा "इजरायल के गाजा को खाली करने की चेतावनी के बाद हजारों लोग बसों, कारों और पैदल चलककर साउथ गाजा जाने में लगे हैं. वहीं, इजरायली सेना ने कहा कि वे ग्राउंड ऑपरेशन के लिए तैयार हैं."
अपने खबर में अखबार में WHO की गाजा को लेकर चिंता का भी जिक्र किया. उसने लिखा "संयुक्त राष्ट्र राहत प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने चेतावनी दी कि गाजा में मानवीय स्थिति "तेजी से अस्थिर होती जा रही है" और कहा कि "सबसे खराब स्थिति अभी आनी बाकी है."
द न्यूयॉर्क टाइम्स
'द न्यूयॉर्क टाइम्स' ने गाजा के लोगों पर मंडरा रहे संकट की खबर को सबसे ऊपर लगाया है. वेबसाइट ने लिखा "गाजा से विस्थापित लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. इसके अलावा, उन्होंने विदेश मंत्री एंटनी जे. ब्लिंकन और सऊदी प्रिंस की मुलकात की खबर लगाई. द न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा...
"इजराइल के जमीनी आक्रमण की तैयारी के बीच ब्लिंकन ने सऊदी क्राउन प्रिंस से मुलाकात की. विदेश मंत्री एंटनी जे. ब्लिंकन ने इजराइल की सैन्य प्रतिक्रिया का समर्थन किया है, साथ ही उससे नागरिक हताहतों से बचने का आग्रह किया है. गाजा में, जहां आवश्यकताएं उपलब्ध हैं, मानवीय संकट गहराता जा रहा है."
अलजजीरा
कतर की न्यूज वेबसाइट अलजजीरा ने लिखा कि गाजा बॉर्डर पर इजरायल के टैंकर तैनात हैं. "यरूशलेम के पुराने शहर में इजरायली सैनिक फिलिस्तीनियों के साथ "जो चाहते हैं, वहीं कर रहे हैं." फिलीस्तीन के लोगों ने इजरायली सैनिकों पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. इजरायली सैनिक मेहराबदार प्रवेश द्वार के सामने घूम रहे हैं, लोगों को रुकने और जांच करने के लिए कह रहे हैं."
इजरायली मीडिया में क्या छपा?
इजरायल के हारेत्ज अखबार ने युद्ध पर एक एनालिसिस कॉपी लगाई है. अखबार ने ‘इजरायलः सरकार से वंचित आघात झेल रहा एक देश" शीर्षक से खबर लगाई है. इसमें लिखा गया कि ‘इजरायल में जो अराजकता पैदा हुई है, वो एक तरह से पूरे देश को प्रेरित कर रही है. नेतन्याहू के लिए विभाजन कोई समस्या नहीं है, बल्कि ये उनकी स्थायी विशेषता है.’ इधर, इजरायल में विपक्ष के नेता याइर लेपिड ने आपातकालीन सरकार को आपदा कहा है.
वहीं, इजरायल टाइम्स ने लिखा....
"गाजा बॉर्डर पर रॉकेट का सायरन बज उठा है. फिलहाल, कोई क्षति की खबर नहीं है. बेवसाइट ने इजरायल रक्षा बलों के हवाले से दावा किया कि दक्षिणी इजरायल में लड़ाई शुरू होने के बाद से सैनिकों ने वेस्ट बैंक में 330 वांछित फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें हमास से जुड़े 190 लोग भी शामिल हैं."
पाक मीडिया का रिएक्शन
पाकिस्तान की न्यूज वेबसाइट डॉन ने लिखा "एफएम जिलानी ने इजरायली हमलों, गाजा की नाकेबंदी को फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार के बराबर बताया." डॉन ने लिखा...
"जैसा कि इजरायल और हमास के बीच संघर्ष जारी है, कार्यवाहक विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने रविवार यानी 15 अक्टूबर को गाजा पर इजरायल के हवाई हमलों और क्षेत्र की घेराबंदी को फिलिस्तीन के लोगों के खिलाफ नरसंहार करने के बराबर बताया."पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट डॉन
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