अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने मिडिल ईस्ट में अपने चार दिवसीय यात्रा के अंतिम चरण में शनिवार, 16 जुलाई को अरब देशों के एक शिखर सम्मेलन (US Arab nations Jeddah Security and Development summit) में शिरकत की. इस शिखर सम्मलेन को बाइडेन ने मिडिल ईस्ट के लिए अपनी रणनीति तैयार करने और इस क्षेत्र से अमेरिकी संबंधों को मजबूत करने का मौका बनाया. सऊदी अरब के जेद्दा शहर में शुरू हुए इस शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका मध्य पूर्व से "दूर नहीं जाएगा".
मालूम हो कि इस शिखर सम्मलेन में गल्फ को-ऑपरेशन कौंसिल (GCC) के छह देशों- सऊदी अरब, कतर, बहरीन, कुवैत, ओमान और UAE- के साथ-साथ जॉर्डन, मिस्र और इराक के नेता अमेरिका के साथ क्षेत्रीय सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत कर रहे हैं.
बाइडेन ने यहां क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने शिखर सम्मलेन में कहा कि "हम इस क्षेत्र से दूर नहीं जाएंगे और ऐसा वैक्यूम नहीं बना देंगे जिसे चीन, रूस या ईरान आकर भरे.. हम इस मौके पर सक्रिय, सैद्धांतिक, अमेरिकी नेतृत्व के साथ कोशिश करेंगे"
हालांकि अभी भी अमेरिकी सेना इस क्षेत्र में कई हथियारबंद समूहों को निशाना बना रहीं हैं और पूरे मध्य पूर्व में कई बेस पर तैनात हैं- बाइडेन ने शिखर सम्मेलन में संकेत दिया कि दिया कि वह इराक और अफगानिस्तान से सेना को हटाकर वह इस स्थिति को बदल रहे हैं.
"आज मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि इस क्षेत्र में जमीन पर लड़े जाने वाले युद्धों का युग, युद्ध जिसमें बड़ी संख्या में अमेरिकी सेनाएं शामिल थीं, अब चल नहीं रहा है"अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन
बाइडेन ने शिखर सम्मलेन में मौजूद अरब देशों के अपने समकक्षों पर भी इस बात का दबाव डाला कि वे महिलाओं के अधिकारों सहित मानव अधिकारों को सुनिश्चित करें और अपने नागरिकों को खुलकर बोलने की अनुमति दें. उन्होंने कहा कि
"भविष्य उन देशों का होगा जो अपनी आबादी को उसकी क्षमता को उजागर करने का मौका देंगे.. बदले के डर के बिना नेताओं से सवाल और आलोचना करने की अनुमति होगी"
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