इसी साल होने जा रहे अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हिलेरी क्लिंटन की सेहत भी एक मुद्दा बनती जा रही है. दरअसल, रविवार को 9/11 हमलों की 15वीं बरसी पर हिलेरी न्यूमोनिया के चलते समारोह से जल्दी लौट गईं और कार में पहुंचने से पहले गिरते-गिरते बचीं.
9/11 की बरसी जैसे अहम मौके पर हिलेरी क्लिंटन का इस तरह स्वास्थ्य कारणों के चलते वापस चले जाने से कई सवाल खड़े हुए हैं. पूरे अमेरिकी मीडिया और वहां के लोगों में इसे लेकर खासी हलचल देखी जा रही है.
कुछ लोगों ने घटना को आधार बनाते हुए हिलेरी की राष्ट्रपति पद की योग्यता पर सवाल उठाया है. ऐसे लोगों के मुताबिक, हिलेरी राष्ट्रपति पद के लिए मेडिकली फिट नहीं हैं.
यहां हम आपको बताएंगे कि हिलेरी की सेहत का राष्ट्रपति पद के लिए उनकी दावेदारी के कैंपेन पर कितना प्रभाव पड़ेगा.
ट्रंप और रिपब्लिकन पार्टी को मिला अहम चुनावी मुद्दा
रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप लंबे समय से हिलेरी के स्वास्थ्य को लेकर सवाल खड़े करते रहे हैं. उनका कहना है कि हिलेरी की क्षमता राष्ट्रपति पद के लायक नहीं है. हिलेरी की सेहत पर डोनाल्ड ट्रंप ने निशाना साधते हुए कहा था,
मुख्यधारा का मीडिया हिलेरी की खांसी और कफिंग को कभी कवर नहीं करता. इसके बावजूद यह नंबर एक पर ट्रेंड कर रहा है. चल क्या रहा है?डोनाल्ड ट्रंप, राष्ट्रपति उम्मीदवार
इससे पहले हिलेरी ने ट्रंप के समर्थकों को लेकर टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि ट्रंप के आधे से ज्यादा समर्थक बुरे (रेसिस्ट, सेक्सिस्ट और होमोफोब्स) हैं.
इस टिप्पणी ने ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के समर्थकों को एकजुट कर दिया था, जिसके बाद हिलेरी की टीम को डैमेज कंट्रोल के लिए जुटना पड़ा था. अब इस नए मुद्दे से एक बार फिर रिपब्लिकन पार्टी को नया एजेंडा हाथ लग गया है.
हिलेरी का कैंपेन होगा धीमा!
हिलेरी क्लिंटन 11 सितंबर की घटना के बाद अपना कैलीफोर्निया दौरा रद्द कर चुकी हैं.
अगर भविष्य में उनकी सेहत में और अधिक गिरावट आती है, तो ऐसे कई कैंपेन, दौरे, रैलियां रद्द हो सकती हैं. इनका सीधा प्रभाव मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाने पर पड़ सकता है. ऐसे में इसका असर उनके वोट शेयर पर पड़ना लाजिमी है.
हिलेरी की छवि पर पड़ा नकारात्मक असर
1 सितंबर को जारी वाशिंगटन पोस्ट/एबीसी न्यूज के सर्वेक्षण के अनुसार, 56 फीसदी अमेरिकी नागरिकों का हिलेरी के प्रति नकारात्मक रुझान है, जबकि 41 फीसदी का रुझान उनके प्रति सकारात्मक है.
सेहत की वजह से उनकी नकारात्मक छवि का ग्राफ बढ़ने की संभावना है, जिसका सीधा फायदा डोनाल्ड ट्रंप को मिलेगा.
समर्थकों में छा सकती है निराशा
स्वास्थ्य संबंंधी कारणों से हिलेरी के कम सक्रिय रहने से उनके समर्थकों का उत्साह ठंडा हो सकता है. इसके चलते चुनाव प्रचार में उनकी भागीदारी कम हो सकती है. इसका सीधा प्रभाव हिलेरी के लिए होने वाली वोटिंग पर पड़ सकता है.
अगर हिलेरी लेती हैं अपनी दावेदारी वापस...
ऐसी स्थिति में डेमोक्रेटिक पार्टी की डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी पार्टी कैंडिडेट पर फैसला करेगी.
डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी के संविधान की धारा 2 के सेक्शन 7 के तहत कमेटी का चेयरमेन एक बैठक बुलाएगा, जिसमें बहुमत के आधार पर नए कैंडिडेट का फैसला लिया जाएगा.
नए कैंडिडेट का फैसला पूरी तरह कमेटी के सदस्यों पर निर्भर होगा. जरूरी नहीं है कि ऐसी स्थिति में हिलेरी के निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहे बर्नी सेंडर्स को कोई वरीयता दी जाए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)