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मंगल पर लैंडिंग के बाद नासा के ‘इनसाइट लैंडर’ ने भेजी पहली तस्वीर

अंतरिक्ष विज्ञान में नई-नई ऊंचाइयां छूने वाले नासा नेअब मंगल पर अपना इनसाइट लैंडर रोबोट पहुंचा दिया है.

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अंतरिक्ष विज्ञान में नई-नई ऊंचाइयां छूने वाले नासा ने एक और कारनामा कर दिखाया है. नासा ने अब मंगल पर अपना इनसाइट लैंडर रोबोट पहुंचा दिया है. सोमवार की रात इस रोबोटिक इनसाइट लैंडर की लैंडिग हुई. साइंटिस्ट्स ने इस रोबोट को सात मिनट में मंगल की धरती पर लैंड करवाया.

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नासा के भेजे गए इनसाइटर ने हाल ही में मंगल की ये लेटेस्ट फोटो भेजी है. नासा ने अपने ट्विटर अकाउंट से इसे शेयर किया.

मुश्किल थे वो सात मिनट

नासा के इस रोबोट को लॉन्च करते ही सभी साइंटिस्ट्स की सांसे थम सी गईं. इसकी सफलतापूर्वक लैंडिंग के लिए सभी काफी टेंशन में थे. अंतरिक्ष से यह यान धरती पर संदेश भेज रहा था. लेकिन जैसे ही इस यान की मंगल की सतह पर एंट्री हुई नासा के मिशन कंट्रोल का माहौल जश्न से भर गया. सभी ने तालियां बजाकर अपनी खुशी जाहिर की.

सुलझ सकती है गुत्थी

नासा की तरफ से लॉन्च किया गया यह मार्स इनसाइट लैंडर कई गुत्थी सुलझाने में मदद कर सकता है. मंगल ग्रह पर होने वाली कई तरह की एक्टिविटी पर इसकी नजर रहेगी. वहीं रोबोट ये भी पता लगाएगा कि मंगल ग्रह पृथ्वी से कितना अलग है.

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कुछ ही देर बाद मिलने लगेंगी तस्वीरें

नासा के मुताबिक आने वाले कुछ घंटों या फिर दिनों में यह यान तस्वीरें भेजना शुरू कर देगा. तस्वीरों के साथ-साथ इससे मंगल की कई अन्य तरह की जानकारियां भी मिलेंगी. यह इस तरह का पहला यान होगा, जिससे मंगल ग्रह की सूचनाएं मिलेंगी.

नासा ने इस यान की लैंडिंग लाइव दिखाई. मंगल की कक्षा में पहुंचने के समय इनसाइट यान की स्पीड 19800 किलोमीटर की थी, इसके बाद लैंडिंग के समय यह घटकर 8 किलोमीटर प्रतिघंटा हो गई. इस मंगल मिशन के लिए नासा ने 7044 करोड़ रुपये लगाए.
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कैसे काम करेगा इनसाइटर

बताया जा रहा है कि इस इनसाइटर से ऐसे राज खुल सकते हैं जिन्हें आज तक कोई नहीं जानता है. यह इनसाइटर में एक ऐसा डिवाइस लगा होगा जो मंगल की धरती पर होने वाली हर हरकत को कैद कर लेगा. इसमें मंगल पर होने वाली भौगोलिक गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएगी. जिसमें ज्वालामुखी, भूकंप जैसी घटनाएं आती हैं. इसके अलावा ग्रह के तापमान पर भी नजर रहेगी.

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