चीन में कोरोना वायरस महामारी के बीच कई महीनों से फंसे 39 नाविक अगले हफ्ते भारत लौट आएंगे. पोत परिवहन और जलमार्ग के केंद्रीय राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने एक ट्वीट में ये जानकारी दी. पिछले कुछ समय से भारत लगातार चीन से इन भारतीय नाविकों को मदद देने की अपील कर रहा था.
केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट किया, "चीन में फंसे हमारे नाविक भारत वापस आ रहे हैं! चीन में फंसे जहाज M. V. Jag Anand पर सवार 23 भारतीय क्रू जापान के चीबा के लिए निकलने को तैयार हैं. वहां क्रू चेंज होगा और वो 14 जनवरी को भारत पहुंचेंगे. ये सिर्फ नरेंद्र मोदी के मजबूत नेतृत्व की वजह से हो पाया."
एक और ट्वीट में मंडाविया ने भारत की सबसे बड़ी निजी शिपिंग फर्म 'ग्रेट ईस्टर्न शिपिंग कंपनी' की सराहना की. उन्होंने लिखा, "नाविकों के प्रति मानवीय रवैया रखने और इस मुश्किल समय में उनके साथ खड़े रहने के लिए मैं ग्रेट ईस्टर्न शिपिंग कंपनी की सराहना करता हूं."
सात महीनों से चीन में फंसे नाविक
भारत ने जनवरी 2021 के शुरुआत में ही 39 भारतीय नाविकों के लिए ‘तत्काल, व्यावहारिक और समयबद्ध’ सहायता मांगी थी. कोरोना वायरस संबंधी प्रतिबंधों का हवाला देते हुए, चीनी अधिकारियों ने कई महीनों से इन जहाजों को न तो अपना सामान उतारने और न ही क्रू बदलने की अनुमति दी है.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने 1 जनवरी को कहा था, ‘’काफी वक्त गुजरने की वजह से क्रू मेंबर्स पर तनाव बढ़ रहा है.’’ श्रीवास्तव बताया था कि बीजिंग में भारतीय दूतावास क्रू के बदलाव को सुविधाजनक बनाने के लिए चीनी अधिकारियों के साथ संपर्क में है.”
नाविक चीन में पिछले करीब सात महीने से फंसे हैं. चीन ने 25 दिसंबर 2020 को कहा था कि 'चीनी बंदरगाहों पर फंसे भारतीय नाविकों के मामले और उसके भारत के साथ तनावपूर्ण संबंधों का आपस में कोई लेना-देना नहीं है.'
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