अमेरिकी चुनाव (US Election) रफ्तार पकड़ चुका है. 7 अक्टूबर की रात अमेरिका में वाइस प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई. सॉल्ट लेक सिटी में उपराष्ट्रपित उम्मीदवारों- डेमोटक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के माइक पेंस आमने-सामने उतरे. साथ ही, हैरिस ने डिबेट में शामिल हो कर एक रिकॉर्ड बनाया. वो पहली ब्लैक और दक्षिणी एशियाई महिला बन गई हैं, जिन्होंने जनरल इलेक्शन डिबेट में हिस्सा लिया. इस बहस में कोरोना वायरस संकट से लड़ाई ही सबसे अहम मुद्दा बनकर उभरा है. इसके अलावा बहस में महामारी की वैक्सीन, अमेरिकन इकनॉमी और टैक्स, जलवायु परिवर्तन, चीन जैसे तमाम मुद्दों पर भी जमकर चर्चा हुई.
90 मिनट लंबी बहस को 10 भागों में बांटा गया. मॉडरेटर सुशान पेज ने पहली राष्ट्रपति डिबेट की तरफ इशारा करते हुए कहा “अमेरिका के लोग ऐसी चर्चा की उम्मीद करते हैं, जो सभ्य हो.”
वैसे आमतौर पर वाइस प्रेसिडेंशियल डिबेट राष्ट्रपति चुनाव में कहीं खो सी जाती है, लेकिन 2020 की बात अलग है. कोरोना वायरस संकट के मौजूदा हाल में जब डोनाल्ड ट्रंप पॉजिटिव हो चुके हैं, ऐसे में अमेरिका के लोग वाइस प्रेसिडेंशियल डिबेट को नए उत्साह के साथ देख रहे हैं.
कोरोना वायरस संकट से निपटने के मुद्दे पर हुई चर्चा के दौरान डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस ने कहा, “अमेरिका के लोगों ने राष्ट्रपति शासन के पूरे इतिहास में, ये हमारे देश की अब तक की सबसे बड़ी नाकामी देखी है.” हैरिस ने ट्रंप प्रशासन के कोरोना वायरस संकट से निपटने की तैयारी को लेकर सख्त लहजे में सवाल उठाए.
‘राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति को इस महामारी की प्रकृति के बारे में बताया गया था कि ये बहुत ही घातक है और हवा से फैलने वाली है. लेकिन उनके पास अभी तक कोई प्लान नहीं है, लेकिन जो बाइडेन के पास महामारी से निपटने के लिए प्लान है.’कमला हैरिस, डेमोक्रेटिक पार्टी की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार
कमला ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने महामारी की गंभीरता को कम आंका. जो बाइडेन के कोरोना वायरस से निपटने के प्लान की तरफ इशारा करते हुए हैरिस ने कहा- “कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, वैक्सीन का एडमिनिस्ट्रेशन और सभी के लिए फ्री वैक्सीन.”
इस पर पलटवार करते हुए रिपब्लिकन पार्टी के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार माइक पेंस ने कहा,
“मैंने उनका प्लान देखा है. वो एडवांस टेस्टिंग, नई पीपीई किट बनाने, वैक्सीन डेवलप करने की बात करते हैं. ये एक तरह से चोरी है, जिसके बारे में जो बाइडेन अच्छे से जानते हैं.”माइक पेंस, रिबपल्किन पार्टी के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार
माइक पेंस ने कहा कि “राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जो किया है वो अभी तक किसी राष्ट्रपति ने नहीं किया है. सबसे सख्त कदम उठाते हुए राष्ट्रपति ने चीन से ट्रैवल को बंद किया, चीन, जो कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.”
हैरिस का पलटवार- 'ट्रंप के काम का कोई असर नहीं'
कमला हैरिस ने कहा कि माइक पेंस ट्रंप प्रशासन के जिन कामों का दावा कर रहे हैं, साफ है कि उनका कोई असर नहीं हुआ है.
“जब आप 2 लाख 10 हजार मृत शरीरों की तरफ देखते हैं, जिन अमेरिकी लोगों ने अपनी जान गंवाई है, लोगों ने अपनों को खोया है. और सभी जानते हैं कि उपराष्ट्रपति इस संकट से निपटने वाली टास्क फोर्स के प्रमुख रहे हैं.”कमला हैरिस, डेमोक्रेटिक पार्टी की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार
कोरोना वायरस वैक्सीन का सवाल
कोरोना वैक्सीन के सवाल पर डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस ने कहा, “अगर डॉ. फौची सलाह देते हैं कि हमें वैक्सीन लेना चाहिए, तो ये तय है कि मैं इसे लेने वाली पहली व्यक्ति होंगीेे, लेकिन अगर डोनाल्ड ट्रंप कहते हैं कि वैक्सीन लेना चाहिए तो मैं ये वैक्सीन नहीं लूंगी.”
राजनीति करना बंद कीजिए
पेंस ने कमला को जवाब देते हुए कहा , “लोगों की जिंदगी से राजनीति करना बंद कीजिए. आप लगातार वैक्सीन को लेकर लोगों में विश्वास कम करती रही हैं. ऐसा एक भी दिन नहीं गया जब मैंने हमें छोड़कर जा चुके अमेरिकियों के बारे में नहीं सोचा, उनके बारे में जिन्होंने अपनों को खोया है.”
$750 का टैक्स विवाद
डिबेट में ट्रंप के टैक्स भरने के विवाद पर भी चर्चा हुई. कमला हैरिस ने ट्रंप की टैक्स भरने की पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए कहा कि 2016 और 2017 में ट्रंप ने सिर्फ $750 टैक्स भरा.
“ये जानना बेहद जरूरी है कि अमेरिका के कमांडर-इन-चीफ डोनाल्ड ट्रंप किसे कर्ज पर पैसा देते हैं. अमेरिका के लोगों को ये जानने का हक है, ताकि पता चल सके कि अमेरिका के राष्ट्रपति के फैसलों को कौन प्रभावित कर रहा है. ट्रंप खुद के हित में फैसले ले रहे हैं या फिर अमेरिकी जनता के हित में.”कमला हैरिस, डेमोक्रेटिक पार्टी की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार
कमला ने कहा कि “जो बाइडेन कई सालों से अद्भुत तरीके से पारदर्शी हैं. जो ने सारी जानकारी सामने रखी है ये सभी जानते हैं. वो ईमानदार हैं, लेकिन दूसरी तरफ डोनाल्ड ट्रंप हर चीज छिपाते रहते हैं.”
चीन: दोस्त या दुश्मन?
कमला हैरिस ने माइक पेंस को घेरते हुए कहा कि "उप-राष्ट्रपति महोदय ने ट्रंप प्रशासन की चीन से ट्रेड वॉर के संबंध में तारीफ की, लेकिन मैं बता दूं कि आप वो ट्रेड वॉर हार गए. चीन के साथ कथित रूप से ट्रेड वॉर की वजह से अमेरिका ने करीब 3 लाख मैन्यूफैक्चरिंग की नौकरियां खोई हैं.”
पेंस ने इसका पलटवार करते हुए कहा कि “आप कह रही हैं कि हम चीन के साथ ट्रेड वॉर हार गए, लेकिन आपको बता दूं कि जो बाइडेन ने ये लड़ाई कभी लड़ी ही नहीं. सबसे पहली बात, चीन को कोरोना वायरस के लिए जिम्मेदार ठहराना चाहिए और ट्रंप ने अपनी नाखुशी का जिक्र भी किया है.”
माइक पेंस ने सख्त लहजे में कहा कि- “जो बाइडेन पिछले कई दशकों से कम्यूनिस्ट चीन के चियरलीडर बने हुए हैं.”
जलवायु परिवर्तन
कमला हैरिस ने जलवायु परिवर्तन को मौजूदा दुनिया की बड़ी चुनौती बताया. उन्होंने कहा कि “जब डोनाल्ड ट्रंप से कैलिफोर्निया के जंगलों में लगी आग के बारे में पूछा जाता है, तब डोनाल्ड ट्रंप जवाब देते हैं कि विज्ञान इसके बारे में नहीं जानता. तो इस पर बात की जानी चाहिए कि इस मौजूदा समस्या से निपटने के लिए कौन तैयार है.”
कमला ने कहा ने कहा कि “हम रिन्युएबल एनर्जी पर निवेश करेंगे, इससे साथ में कई लाख रोजगार भी पैदा होंगे और 2050 तक जीरो एमिशन का लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे.”
इसके बाद पर्यावरण के मुद्दे पर बोलते हुए माइक पेंस ने कहा, “अमेरिका ने उन देशों से कम CO2 उत्सर्जन किया है जो पेरिस जलवायु समझौते में शामिल हैं. हमने यही काम इनोवेशन और नेचुरल गैर के जरिए किया है. बाइडेन और हैरिस, पेरिस समझौते में फिर से शामिल हो जाएंगे, वो कोई नई ग्रीन डील लाएंगे जिससे अमेरिकन एनर्जी तबाह हो जाएगी.”
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