पाकिस्तान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया. अब इमरान 18 अगस्त 2018 को प्रधानमंत्री के पद की शपथ लेंगे. इससे पहले चुनाव आयोग ने मतदान की गोपनीयता भंग करने के मामले में इमरान की लिखित माफी मान ली है. माफी के बाद चुनाव आयोग ने इमरान को भेजा गया नोटिस वापस ले लिया है.
पाकिस्तान चुनाव आयोग ने एक के मुकाबले तीन वोटों से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख इमरान खान का माफीनामा मंजूरी किया. खबरों के मुताबिक, चीफ इलेक्शन कमिशनर (रिटायर्ड) जस्टिस सरदार मोहम्मद रजा ने इमरान की माफी नहीं मानी, जबकि चुनाव आयोग के सिंध, बलूचिस्तान और खैबर-पख्तूनख्वा के कमिशनरों ने माफीनामा स्वीकार कर लिया.
गलती के लिए मांगनी पड़ी माफी
आयोग ने इस्लामाबाद के एनए-53 सीट से इमरान की जीत की अधिसूचना भी जारी की. इमरान खान ने इसी संसदीय सीट से मतदान की गोपनीयता का उल्लंघन करते हुए अपने मतपत्र पर सबके सामने ठप्पा लगाया था. आयोग ने इस बारे में माफी मांगने को कहा था.
चीफ इलेक्शन कमिशनर रजा की अध्यक्षता में हुई चार सदस्यीय पीठ की सुनवाई के दौरान इमरान खान ने लिखित माफी और एफिडेविट दायर किया है. आयोग ने गुरुवार को इमरान खान के वकील बाबर ऐवान के दाखिल जवाब को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था. बाबर ऐवान ने कहा था कि उनके मुवक्किल ने जानबूझकर अपने मतपत्र पर सार्वजनिक रूप से मुहर नहीं लगायी थी. ऐवान ने साथ ही कहा था कि इस विवाद को अब खत्म किया जाए.
उन्होंने आयोग से अपील की थी कि वह इमरान खान को एनए-53 इस्लामाबाद चुनाव क्षेत्र से जीत घोषित करें. इमरान ने एनए-53 इस्लामाबाद संसदीय सीट से पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेता शाहिद खाकान अब्बासी को 48,577 मतों से पराजित किया है.
(इनपुट भाषा से)
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