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Pakistan: इमरान खान ने वाशिंगटन के साथ संबंध सुधारने के संकेत दिए

Imran Khan ने प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने के लिए अमेरिकी साजिश को जिम्मेदार ठहराया था

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प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने के लिए अमेरिकी साजिश को जिम्मेदार ठहराने के बावजूद पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान (Imran Khan) ने भविष्य में वाशिंगटन के साथ सहयोग के जरिए अमेरिका के साथ संबंध सुधारने की इच्छा का संकेत दिया है। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक हम आपको यह जानकारी दे रहे हैं।

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9 अप्रैल को तत्कालीन विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से पीटीआई अध्यक्ष को पद से हटा दिया गया था। इमरान खान इस तरीके से हटाए जाने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं।

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार- खान, जो कहते हैं कि अमेरिका पाकिस्तान को गुलाम मानता है, इमरान ने मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और अमेरिका को उनके निष्कासन के लिए जिम्मेदार ठहराया, हालांकि दोनों ने दावों से इनकार किया।

फाइनेंशियल टाइम्स के साथ एक साक्षात्कार में खान ने कहा कि सत्ता में वापस आने पर वह देश के साथ सम्मानजनक संबंध चाहते हैं।

खान ने कथित साजिश का जिक्र करते हुए कहा कि वह खत्म हो गया। उन्होंने कहा, जहां तक मेरा सवाल है, वह खत्म हो गया है। मैं जिस पाकिस्तान का नेतृत्व करना चाहता हूं, उसके सभी के साथ अच्छे संबंध होने चाहिए, खासकर संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ।

रिपोर्ट में पूर्व प्रधानमंत्री के हवाले से कहा गया, अमेरिका के साथ हमारा संबंध मालिक-नौकर या मालिक-दास के रूप में रहा है और हमें किराए की बंदूक की तरह इस्तेमाल किया गया है। लेकिन इसके लिए मैं अमेरिका से ज्यादा अपनी सरकारों को दोषी ठहराता हूं।

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उनकी अमेरिकी विरोधी बयानबाजी के कारण लोकप्रियता में वृद्धि के बाद अब कई पर्यवेक्षकों का अनुमान है कि खान और पीटीआई को अगले साल होने वाले आम चुनावों में सफलता मिल सकती है। खान पाकिस्तान के विभिन्न शहरों से इस्लामाबाद की ओर बढ़ने वाले काफिले के साथ सरकार विरोधी मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं और लक्ष्य प्राप्त न होने तक वापस नहीं लौटने पर जोर दे रहे हैं। पीटीआई प्रमुख ने तय समय से पहले आम चुनाव की तारीख की मांग की है।

पिछले हफ्ते लंबे मार्च को रोक दिया गया था, क्योंकि वजीराबाद में पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या की कोशिश के तहत हमला किया गया था। जिसके बाद कुछ दिनों के लिए मार्च को रोका गया था, लेकिन मार्च अब जारी है।

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