पीएम नरेंद्र मोदी 22 अगस्त को दो दिवसीय फ्रांस के दौरे के लिए रवाना होंगे. पीएम मोदी फ्रांस में जी-7 की बैठक में हिस्सा लेंगे और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के साथ द्विपक्षीय बातचीत भी करेंगे.
पीएम मोदी के एजेंडे में रक्षा, काउंटर टेररिज्म, व्यापार और सिविल न्यूक्लियर एनर्जी जैसे मुद्दे हैं. वे गुरुवार शाम को पेरिस पहुंचेंगे, उसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति से मिलने डिनर पर जाएंगे.
अपने फ्रांस के दौरे पर पीएम मोदी वहां रहने वाले भारतीयों के संबोधित भी करने वाले हैं. साथ ही एयर इंडिया के प्लेन क्रैश में मारे गए भारतीयों के मेमोरियल का उद्घाटन भी करेंगे.
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘जी-7 की बैठक लिए मिला न्यौता और फ्रांस के साथ होने वाली द्वीपक्षीय मुलाकात भारत और फ्रांस के बीच के रिश्तों को मजबूत करने का एक कदम है.’’
इन मुद्दों पर होगी बातचीत
पीएम मोदी अपने दौरे पर क्लाइमेट चेंज, वित्तीय और ग्रीन टेक्नोलॉजी पर बात करने वाले हैं. साथ ही डिजिटल, साइबर स्पेस और स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में नए समझौते और भविष्य के रोडमैप पर भी करार होंगे.
विज्ञान और तकनीक पर समझौते होने की उम्मीद है. हालांकि रक्षा पर किसी समझौते की बात नहीं होगी, लेकिन भविष्य में होने वाली रक्षा के क्षेत्र में समझौतों पर चर्चा होने की उम्मीद है.
बातचीत में जैतापुर न्यूक्लियर प्लांट की बात हो सकती है, क्योंकि ऐसा कहा जा रहा है कि अबतक जैतापुर प्लांट के रिएक्टरों के कॉस्ट इफेक्टिव पर बातचीत सकारात्मक रही है.
क्षेत्रीय मसलों जैसे ईरान, अफगानिस्तान में शांति बहाल करने की प्रक्रिया और टेरर फंडिंग पर भी बात होगी.
मजेदार बात ये है कि पीएम मोदी FATF की बैठक से ठीक पहले पेरिस जा रहे हैं. FATF आतंक के वित्त पोषण के मामले में पाकिस्तान से रिपोर्ट तलब कर चुकी है, लेकिन कोई भी कार्रवाई वो रिपोर्ट आने के बाद ही लेगी. वहीं कश्मीर मुद्दे पर भी फ्रांस ने भारत का ही समर्थन किया था और कहा था कि फ्रांस सिर्फ भारत का पार्टनर नहीं है, बल्कि जरूरत के समय खड़ा रहने वाला मित्र भी है.
क्लाइमेट चेंज के मुद्दे पर रहेगा पीएम का विशेष जोर
दोनों देशों के नेता जॉइंट स्टेटमेंट भी जारी करेंगे. पीएम मोदी फ्रांस के बाद यूएई और बहरीन जाएंगे. इसके बाद वो जी-7 की बैठक में हिस्सा लेने के लिए वापस फ्रांस के बियारिट्ज पहुंचेंगे.
जी-7 में पीएम मोदी क्लाइमेट चेंज और बायोडावर्सिटी के प्रति भारत के अप्रोच पर विशेष जोर देंगे. इसी दौरान पीएम मोदी बाकी देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बातचीत भी करेंगे.
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