भारत में रूस की कोविड वैक्सीन Sputnik V को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है. हालांकि, इस वैक्सीन को भारत के वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल होने में अभी कुछ समय लगेगा. लेकिन इससे जुड़ी एक अच्छी खबर आई है. रूसी वैज्ञानिकों ने Sputnik V को एक नए आकलन में COVID-19 के खिलाफ 97.6% प्रभावी पाया है.
इस वैक्सीन को बनाने वाले मॉस्को के गमालेया इंस्टीट्यूट और इसे फंड करने वाले रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड (RDIF) ने इस बात की जानकारी दी है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 38 लाख लोगों के डेटा के आकलन के आधार पर ये प्रभावकारिता सामने आई है. रूसी वैज्ञानिक इसे ‘रियल=वर्ल्ड अस्सेस्मेंट’ कह रहे हैं. मतलब कि जिन लोगों को वैक्सीन दी गई, उनका आकलन.
कैसे मिला नया नतीजा?
नया डेटा उन 38 लाख रूसी लोगों पर आधारित है, जिन्हें वैक्सीन की पहली और बूस्टर डोज दोनों लग चुकी हैं. इन लोगों को रूस के राष्ट्रीय वैक्सीनेशन प्रोग्राम के तहत Sputnik V मिली थी.
RDIF के सीईओ किरिल दिमित्रेव ने कहा, "ये डेटा पुष्टि करता है कि Sputnik V सभी वैक्सीनों में कोरोनावायरस के खिलाफ सबसे अच्छी सुरक्षा में से एक देती है."
आधिकारिक बयान में कहा गया, “वैक्सीनेटेड लोगों को रजिस्टर करने वाले स्वास्थ्य मंत्रालय के डेटाबेस और देश में कोविड से संक्रमित होने वाले लोगों के डेटाबेस के आधार पर डेटा इकट्ठा किया गया.”
नया डेटा अगले महीने एक पीयर-रिव्यूड जर्नल में पब्लिश किया जाएगा.
भारत के लिए अच्छी खबर
वैक्सीन के प्रभावी होने का नया डेटा उसके पुराने डेटा से भी अच्छा है. फरवरी में एक बड़े ट्रायल के बाद Sputnik V को 91.6% प्रभावी पाया गया था. इस ट्रायल के नतीजे द लांसेट मेडिकल जर्नल में पब्लिश हुए थे.
पहले Sputnik V पर काफी सवाल उठ रहे थे, लांसेट में ये नतीजे पब्लिश होने के बाद ही इस वैक्सीन के प्रति नजरिया बदला था.
अब ये नया डेटा आया है और ये पहले वाले से भी बेहतर है. भारत में इस वैक्सीन को मंजूरी दी गई है और देश में दी जा रहीं बाकी वैक्सीनों के मुकाबले काफी प्रभावी है.
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