भारतीय कामगार बड़ी संख्या में सऊदी अरब और बाकी खाड़ी देशों में काम कर रहे हैं. हर साल काफी लोग इन देशों में कमाने के लिए जाते हैं. लेकिन अब ऐसे लोगों के लिए मुश्किलें पैदा होने वाली हैं. सऊदी अरब की सरकार ने बाहर से आकर काम करने वाले कामगारों के लिए 12 सेक्टर्स में नौकरी पर रोक लगाने का फैसला किया है.
विदेशी कामगारों से निर्भरता कम करने की कोशिश
सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान देश की इकोनॉमी को नया रूप दे रहे हैं. साथ ही देश की इंडस्ट्री पर बाहर के कामगारों की निर्भरता को कम करने की कोशिश में हैं. इसी मकसद से उन्होंने ये फैसला किया है. सरकार की तरफ से ये रोक अगले हिजरी साल (सितंबर 2018) से लागू हो जाएगी.
सऊदी सरकार के इस फैसले से वहां रह रहे तकरीबन 30 लाख भारतीयों पर असर पड़ेगा. इसके साथ ही इस फैसले का असर वहां रहने वाले 1 करोड़ 20 लाख विदेशी कामगारों पर भी पड़ेगा.
इन क्षेत्रों में काम पर रोक
सऊदी सरकार की तरफ से जिन क्षेत्रों में विदेशी कामगारों के काम करने पर रोक लगाई गई है, उनमें घड़ी की दुकान, कपड़ों के शो रूम से लेकर चश्मे की दुकान तक शामिल है. इसके साथ ही मेडिकल स्टोर, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक सामानों की दुकानें, कार स्पेयर पार्ट्स आउटलेट, कार और मोटरबाइक शो रूम, कारपेट स्टोर्स, फर्नीचर स्टोर, बिल्डिंग मटेरियल स्टोर, किचन एंड होम अप्लाएंसेज और मिठाई की दुकान शामिल हैं.
सिर्फ अपने नागरिकों को नौकरी
सऊदी अरब विजन 2030 पर काम कर रहा है. ऐसे में वह अपने देश के लोगों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने पर पूरा ध्यान केंद्रित कर रहा है. सऊदी सरकार अपने लक्ष्य के तहत देश के कई सेक्टर में खासकर दुकानों में महिलाओं को रोजगार देना चाहती है. इस वजह से विदेशी कामगारों पर अंकुश लगाकर अपने देशवासियों के लिए रोजगार के मौके बढ़ाने की कोशिश में लगा हुआ है.
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