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UNGA में पाकिस्तान ने कश्मीर पर फैलाया झूठ और युद्दोन्माद: भारत

UNGA में पाकिस्तान ने उठाया कश्मीर मुद्दा, भारत ने की "राइट टू रिप्लाई" की मांग

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पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली (UNGA) में पाकिस्तान मुद्दा उठाए जाने के कुछ घंटों बाद ही भारत ने पलटवार किया है. भारत ने इमरान खान की टिप्पणियों पर जवाब दिया है, साथ ही UNGA से सदन में 'जवाब देने के अधिकार' का इस्तेमाल करने की अनुमति मांगी है.

भारत की तरफ से भारतीय प्रतिनिधि मिजितो विनितो ने पाकिस्तान को जवाब दिया है. बता दें इमरान खान के पहले से रिकॉर्डेड स्टेटमेंट को पेश करने के दौरान दौरान विनितो सदन से बाहर चले गए थे.

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भारत ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "जम्मू और कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश भारत अखंड हिस्सा है. जम्मू और कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश में जो भी कानून लागू किए गए हैं, वह भारत का आंतरिक मामला है. कश्मीर में विवाद सिर्फ पाकिस्तान द्वारा गैरकानूनी तरीके से कब्जा किए गए कश्मीर पर है. हम पाकिस्तान से इस अवैधानिक कब्जे को हटाने की मांग करते हैं."

बता दें पाकिस्तान ने भी भारत पर ऐसे ही आरोप लगाए थे. इसके बाद यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरूमूर्ति ने ट्वीट कर बताया था कि भारत राइट टू रिप्लाई (प्रतिक्रिया देने के अधिकार) का इस्तेमाल करेगा.

विनितो ने आगे कहा, "सदन ने एक ऐसे व्यक्ति के लांछन सुने जिसके पास दिखाने के लिए कुछ नहीं, जो किसी तरह की उपलब्धियों को पेश नहीं कर सकता और जिसके पास दुनिया के लिए कोई तार्किक सुझाव नहीं है. हमने सदन के जरिए झूठ, गलत जानकारी, युद्धोन्माद और घृणित भावना के फैलाव को होते हुए देखा. इस महान सदन में पाकिस्तान के नेता ने जो शब्द कहे हैं, उससे संयुक्त राष्ट्रसंघ के मूल उद्देश्यों को ही ठेस पहुंचती है."

इमरान खान की तरफ इशारा करते हुए विनितो ने कहा, "यह वही शख्स हैं, जिन्होंने जुलाई में ओसामा-बिन-लादेन को शहीद बताया था."

वही नेता, जो आज जहर उगल रहा है, उसने 2019 में माना था कि उसके देश में अब भी 30-40 हजार आतंकवादी मौजूद हैं, जिन्हें पाकिस्तान द्वारा प्रशिक्षण दिया गया था और उन्हें लड़ने के लिए अफगानिस्तान और कश्मीर भेजा गया था. यह वह देश है, जिससे अपने अल्पसंख्यक हिंदुओं, क्रिश्चियन, सिख और दूसरे अल्पसंख्यकों का ईशनिंदा जैसे कानूनों और जबरदस्ती धर्मपरिवर्तन कर सफाया कर दिया है.
मिजितो विनितो, UNGA में भारतीय प्रतिनिधि

विनितो ने आगे कहा, "एक सामान्य देश बनने के लिए पाकिस्तान को आतंकवाद को नैतिक, वित्तीय और भौतिक समर्थन देना बंद करना होगा और अपना ध्यान खुद के लोगों द्वारा सही जा रही समस्याओं की तरफ लगाना होगा. साथ ही यूएन प्लेटफॉर्म को अपने घृणित एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए इस्तेमाल को रोकना होगा."

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