भारतीय-अमेरिकी फिजिशियन डॉ. विवेक मूर्ति अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के अगले सर्जन जनरल नियुक्त कर दिए गए हैं. अमेरिकी सीनेट ने 57-43 वोट से उनकी इस पद पर नियुक्ति कंफर्म की. मूर्ति इससे पहले ओबामा प्रशासन में ये अहम पद संभाल चुके हैं. कोरोना वायरस से बुरी तरह जूझ रहे अमेरिका को संभालना मूर्ति के लिए बड़ी चुनौती होगी.
सर्जन जनरल चुने जाने के बाद डॉ. विवेक मूर्ति ने ट्वीट में आभार जताते हुए लिखा,
“मैं आभारी हूं कि सीनेट द्वारा आपके सर्जन जनरल के रूप में एक बार फिर सेवा देने का मौका मिला. हमने पिछले एक साल में एक राष्ट्र के रूप में बड़ी कठिनाई का सामना किया है, और मैं हमारे देश और हमारे बच्चों के लिए बेहतर भविष्य बनाने के लिए आपके साथ काम करने के लिए तत्पर हूं.”
मूर्ति को डेमोक्रैट्स के साथ-साथ कुछ रिपब्लिकन्स वोट भी मिले. सीनेटर्स बिल कैसेडी, सुजन कॉलिन्स, लीजा मुर्कोव्स्की, मिट रॉमनी समेत कुल सात रिपब्लिकन वोट मिले.
कौन हैं डॉ. विवेक मूर्ति?
कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले विवेक मूर्ति का जन्म 10 जुलाई, 1977 को इंग्लैंड में हुआ था. उनकी उम्र काफी कम थी जब उनका परिवार इंग्लैंड से अमेरिका चला गया था.
डॉ मूर्ति की वेबसाइट के मुताबिक, उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, येल स्कूल ऑफ मेडिसिन और येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से पढ़ाई की है. बॉस्टन के ब्रिगम एंड वीमेंस अस्पताल से इंटरनल मेडिसिन रेसीडेंसी पूरी करने के बाद उन्होंने हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में बतौर फैकल्टी ज्वाइन किया था.
अमेरिका के सबसे कम उम्र के जनरल सर्जन
फिजिशियन डॉ. विवेक मूर्ति अमेरिका के 19वें जनरल सर्जन थे. 2014 में तब राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें अमेरिका के टॉप डॉक्टर के पद पर बिठाया था. ये पद हासिल करने वाले वो सबसे कम उम्र (37 साल) के और पहले भारतीय-अमेरिकी शख्स थे. डॉ मूर्ति 15 दिसंबर 2014 से 21 अप्रैल 2017 तक इस पद पर रहे.
2017 में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने उन्हें इस पद से हटा दिया था.
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