दुनियाभर में कोरोनावायरस एक ऐसी महामारी के रूप में सामने आया है, जिसने लोगों की दौड़ती-भागती जिंदगी पर ब्रेक लगा दिया है. दुनिया के कई शहर लॉकडाउन यानी पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं. भारत में भी करीब 20 राज्यों में ऐसे ही हालात हैं. सड़कों पर गाड़ियां बंद हैं और पटरियों पर रेल नहीं चल रहीं हैं. इसी के चलते लोग अब घर से काम करने पर मजबूर हैं. सरकारों की तरफ से भी बताया जा रहा है कि एक दूसरे के संपर्क मे न आएं. इसीलिए वर्क फ्रॉम होम के विकल्प का इस्तेमाल हो रहा है.
कोरोनावायरस के चलते जो हालात बने हैं, और जिन हालात में लोग काम कर रहे हैं वैसे हालात ना तो पहले कभी देखे गए थे और ना ही उनके बारे में कभी सुना. इसका ताजा उदाहरण है भारतीय रेलवे, जिसने पिछले करीब 167 वर्षों से हर दिन बिना रुके यात्रियों की सेवा की है. लेकिन 22 मार्च की शाम को, जब भारत में 70 से ज्यादा जिलों में लॉकडाउन की घोषणा हुई, तो भारतीय रेलवे ने अपने 167 साल के इतिहास में पहली बार ये घोषणा की कि वो भी सभी पैसेंजर ट्रेनों को 31 मार्च तक रोक रहा है. जिन ट्रेनों को भारत की लाइफलान के तौर पर देखा जाता था, उनके पहिए आज थम गए हैं.
देश में इस लॉकडाउन के चलते क्या क्या हो रहा है, और हो सकता है जानिए आज कि बिग स्टोरी पॉडकास्ट में.
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