एशिया के सबसे अमीर नगर निगम, बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) पर सत्ता हासिल करने के लिए सभी राजनीतिक दलों के बीच टक्कर हो रही है. महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) और नौ अन्य महानगर पालिकाओं के लिए आज (मंगलवार) वोट डाले जा रहे हैं. 10 महानगरपालिकाओं के अलावा 11 जिला परिषदों और 118 पंचायत समितियों के दूसरे चरण के लिए भी चुनाव है. आज बीएमसी की 227 सीटों के लिए 2275 उम्मीदवार मैदान में हैं.
उद्धव ठाकरे और फडणवीस की साख दांव पर
20 साल तक बीएमसी में सहयोगी रही बीजेपी और शिव सेना इस चुनाव में अलग-अलग लड़ रही है. यह चुनाव सत्ताधारी दल बीजेपी और उसकी सहयोगी शिवसेना के बीच 'कांटे की टक्कर' का चुनाव बन चुका है.
शिवसेना आगे-आगे बीजेपी पीछे-पीछे
2012 के बीएमसी चुनाव में भी शिवसेना-बीजेपी गठबंधन को ही जीत हासिल हुई थी. शिवसेना ने 75 सीटें जीतीं थीं, वहीं बीजेपी के हाथ सिर्फ 31 सीट ही लगी थी.
2007 के चुनाव में शिवसेना के खाते में 84 सीटें आई थीं और बीजेपी को 28. लेकिन इस बार बीजेपी और शिव सेना अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं.
फिलहाल बीएमसी की 227 सीटों में से शिवसेना के पास 75, बीजेपी के पास 31, कांग्रेस के पास 52, एनसीपी के पास 7, एमएनएस के पास 27, समाजवादी पार्टी के पास 9 सीटें हैं.
इन बड़े नामों ने भी किया वोट
कांग्रेस, एनसीपी और एमएनएस भी चुनावी मैदान में हैं. करीब 1.95 करोड़ मतदाता इन महानगरपालिकाओं के लिए प्रतिनिधियों को चुनेंगे. वहीं 1.80 लाख से अधिक मतदाता जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव में अपने वोट का इस्तेमाल करेंगे.
23 फरवरी को इन चुनावों के नतीजे आएंगे.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)