उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत से बीजेपी की सरकार बनने के बाद विभागों के बंटवारे को लेकर मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्रियों के बीच मतभेद की बात सामने आई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्रियों के बीच सोमवार को कई दौर की बैठक के बाद भी इस अहम मसले पर कोई फैसला नहीं हो पाया.
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, सीएम आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा के बीच देर शाम तक मंत्रियों के विभागों को लेकर मंथन चला, जिसमें बीजेपी के संगठन मंत्री सुनील बंसल भी शामिल थे.
कई दौर की बातचीत के बाद भी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे के साथ ही नौकरशाही में फेरबदल को लेकर आपसी सहमति नहीं बन पाई. सूत्रों के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ और केशव मौर्य के बीच कई विभागों को लेकर सीधा टकराव दिखा.
सूत्रों के मुताबिक, इस टकराव को देखते हुए मुख्यमंत्री को दिल्ली तलब किया गया. अब मंगलवार देर शाम तक बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के दरबार में ही मंत्रियों के विभागों का बंटवारा होगा. इसमें नौकरशाही को लेकर भी कई बड़े फैसले लिए जाने की संभावना है.
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य के बीच गृह विभाग को लेकर सहमति नहीं बन पाई है. कई अन्य विभागों के बंटवारे में भी मतभेद दिखा.
इधर, नई सरकार के गठन के साथ ही मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक के पद को लेकर भी दौड़ शुरू हो गई है. पुलिस महानिदेशक को लेकर जहां 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी रजनीकांत मिश्रा और प्रवीण कुमार का नाम चर्चा में है, वहीं मुख्य सचिव को लेकर 1982 बैच के आईएएस अधिकारी प्रवीर कुमार रेस में सबसे आगे बताए जा रहे हैं.
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