जेडीयू-बीजेपी सरकार ने विश्वास मत जीता
बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बहुमत हासिल कर लिया है. जेडीयू-बीजेपी के पक्ष में 131 वोट पड़े और विरोध में 108 वोट डाले गए.
विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने शुरू में ध्वनिमत से मतदान कराने की कोशिश की लेकिन दोनों ओर से तेज आवाज और हंगामे की वजह से फैसला नहीं हो सका. इसके बाद लॉबी डिविजन से मतदान कराया गया, जिसमें विश्वास मत के प्रस्ताव के पक्ष में 131 मत जबकि विरोध में 108 मत पड़े.
243 सदस्यीय विधानसभा में नीतीश को बहुमत के लिए 122 सदस्यों के समर्थन की जरूरत थी. जेडीयू के पास 71, बीजेपी के 53, उपेंद्र कुशवाह की राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के 2, राम विलास पासवान की लोक जन शक्ति पार्टी के 2, जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा का एक और तीन निर्दलीय विधायक शामिल हैं.
वहीं, सबसे बड़े पार्टी आरजेडी के खाते में 80, कांग्रेस के 27 और सीपीएम के पास 3 विधायक हैं.
विधानसभा से बाहर निकलने के बाद बीजेपी के नेता प्रेम कुमार ने कहा कि ये पहले से ही तय था कि बिहार की जनता उनके के साथ है. उन्होंने कहा कि आज पूरा परिवार खुश है. उन्होंने विश्वास मत प्राप्त करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई दी.
तेजस्वी का नीतीश पर वार
नीतीश जी, बीजेपी और आरएसएस की गोद में जाकर बैठे हैं, उन्होंने बिहार की जनता को धोखा दिया है.तेजस्वी यादव
नीतीश का लालू परिवार पर पलटवार
बिहार विधानसभा में विश्वास मत पर वोटिंग से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू परिवार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, “कुर्सी राजभोग के लिए नहीं होती, सेवा करने के लिए होती है. हमने जो फैसला लिया, वो बिहार के हित में है.”
बिहार विधानसभा में जोरदार हंगामा
बिहार विधानसभा में विश्वास मत के प्रस्ताव के पेश होने के बाद से लगातार हंगामा जारी है. हंगामे के बीच विश्वास मत पर वोटिंग शुरू हो गई है.
इससे पहले, आरजेडी और कांग्रेस के विधायकों ने जोरदार हंगामा किया. दरअसल, आरजेडी ने फ्लोर टेस्ट के दौरान गुप्त मतदान की मांग की थी. उनकी मांग को खारिज कर दिया गया जिसके बाद से विधानसभा के बाहर और अंदर हंगामा जारी है.
आरजेडी की याचिका मंजूर
इस बीच, बिहार हाइकोर्ट में आरजेडी की तरफ से दायर याचिका को मंजूर कर लिया गया है. दरअसल, राज्यपाल की तरफ से नीतीश को पहले सरकार बनाने के लिए बुलाने के खिलाफ याचिका दी गई थी.
हे राम से जय श्रीराम हो गए नीतीश: तेजस्वी
तेजस्वी को विपक्ष का नेता बनाया गया है. तेजस्वी ने नीतीश पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने जनता को धोखा दिया है.
तेजस्वी ने कहा,
बिहार में लोकतंत्र की हत्या हुई है. हमारे पास 80 विधायकों की संख्या है. नीतीश को ये पता था, अगर उनमें हिम्मत थी तो मुझे बर्खास्त करते. योगी आदित्यनाथ और दूसरे बीजेपी नेताओं के खिलाफ भी गंभीर केस दर्ज हैं, नीतीश जी, क्या आप उनसे भी इस्तीफा देने के लिए कहेंगे?
तेजस्वी ने कहा, “हमने नीतीश कुमार पर कोई दबाव नहीं बनाया था”
आप चंपारण सत्याग्रह मनाते रहे हैं और गांधी के हत्यारों का साथ दे रहे हैं. पहले, बीजेपी ने बिहार की बोली लगाई थी, इस बार नीतीश कुमार ने बोली लगाई है.तेजस्वी यादव