भाग 2: किरदार

(यह #BoycottPathaan ट्रेंड की जांच करने वाली तीन एपिसोड की  सीरीज का दूसरा एपिसोड है. अन्य एपिसोड को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें, या अपनी स्क्रीन के शीर्ष पर नेविगेशन बार का उपयोग करें)

अब तक इस बॉयकॉट में शामिल प्रमुख लोगों में सुशांत सिंह राजपूत के लिए इंसाफ मांगने वाले और राइट विंग विचारधारा की सदस्यता लेने वाले लोग रहे हैं.

 एसएसआर समूह

2020 में #JusticeforSSR अभियान के साथ इस बॉयकॉट की मांग उठी. अगस्त 2020 में, 'SSRians' (जैसा कि वे खुद को कहते हैं) ने आने वाली सभी बड़ी रिलीज का एक कोलाज पोस्ट किया और पठान सहित उनके बॉयकॉट का ऐलान किया

क्राउडटैंगल के अनुसार, अगस्त और दिसंबर के बीच फेसबुक पर SSR से संबंधित पेजों और ग्रुपों पर "पठान का बॉयकॉट" से संबंधित 130 पब्लिक पोस्ट थे, जिनमें करीब 9,000 इंटरैक्शन थे..


उदाहरण के लिए, यह वीडियो, 2019 IIFA अवार्ड्स से, जिसमें शाहरुख खान और शाहिद कपूर को सुशांत सिंह राजपूत और आयुष्मान खुराना का मजाक उड़ाते हुए देखा गया था, फिर से सामने आया है. SSRians वीडियो का उपयोग पठान के बॉयकॉट की अपील करने के लिए कर रहे हैं, और शाहरुख पर बॉलीवुड में "बाहरी लोगों" के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा रहे हैं

शाहरुख के 2015 के शो 'सबसे शाना कौन' का एक और क्लिप भी वायरल हुआ है, जिसमें सुशांत मेहमान थे. SRK ने अपने शो पर सुशांत से मजाक किया था, जिसे 'SSRians' अपमान कहते हैं.


राइट विंग ग्रुप

राइट विंग का दावा है कि पठान और अन्य बॉलीवुड फिल्मों के खिलाफ उसका गुस्सा इंडस्ट्री के कथित "इस्लामीकरण" से उपजा है


वे फिल्म निर्माताओं पर दर्शकों पर "इस्लामी संस्कृति" थोपने का आरोप लगाते हुए बॉलीवुड को 'उर्दूवुड' कहते हैं.

हमने देखा कि कई राइट विंग इन्फ्लुएंसर अपनी प्रोफाइल पर इन दावों को आगे बढ़ा रहे हैं


निम्नलिखित प्रमुख राइट विंग इन्फ्लुएंसर के फेसबुक पेज पर कितने फॉलोअर्स हैं, यहां देखें

क्रिएटली जैसे प्रोपगेंडा प्लेटफॉर्म पर भी इस तरह के पोस्ट की भरमार थी

फेसबुक लाइव और वीडियो के जरिए ये इन्फ्लुएंसर पठान के बॉयकॉट का दवाब बना रहे हैं.

इनका ज्यादातर कंटेंट इन विषयों और दावों के आस-पास केंद्रित होता है.जैसे- "बॉलीवुड पाकिस्तान में आतंकवाद को फंड करता है"."हिंदू संस्कृति का अपमान", "युवाओं पर प्रभाव" आदि

हमें कुछ ऐसे न्यूज चैनल भी मिले जो नियमित रुप से राइट विंग इन्फ्लुएंसर की मेजबानी करते हैं. और उन्हें मुसलमानों, बॉलीवुड के खानों और विशेष रूप से फिल्म पठान के बारे में नफरत फैलाने के लिए एक मंच देते हैं




बदले में इन्फ्लुएंसर अपने फॉलोवर्स के लिए समाचार चैनलों से साक्षात्कार और अन्य वीडियो अपने सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं

उदाहरण के लिए, लंकादहन नामक एक चैनल पर राइट विंग इन्फ्लुएंसर  का इंटरव्यू  लिया गया, जहां उन्होंने 'बेशरम रंग' गाने के कारण पठान का बॉयकॉट करने की बात कही. एक दिन बाद, इंटरव्यू को सुशील तिवारी ने अपने पेज पर शेयर किया. तिवारी को अन्य मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कई बार लंकादहन के चैनल पर दिखाया गया है.

ऑरिजिनल वीडियो को 1,63,000 से अधिक बार देखा गया और 700 से अधिक अकाउंट्स द्वारा शेयर किया गया.

सच तक न्यूज नाम के एक अन्य चैनल ने भी कई राइट विंग इन्फ्लुएंसर को होस्ट किया है




लंकादहन के 37,000 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं और सच तक न्यूज के 17 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. इससे पहले दावा किया गया कि चैनल के सबसे ज्यादा दर्शक लखनऊ, उत्तर प्रदेश में स्थित है, वहीं दूसरे चैनल के सबसे ज्यादा दर्शक पटना, बिहार में स्थित होने का दावा करते हैं. हालांकि, हमने देखा कि दोनों चैनलों ने समान लोगों को होस्ट किया.

ऊपर की तस्वीरों में जिस व्यक्ति का साक्षात्कार लिया जा रहा है, वह दोनों वीडियो में पठान और उसके अभिनेताओं के खिलाफ एक समान बातें कह रहा था.




हिंदू समाज पार्टी के राइट विंग इन्फ्लुएंसर मोहित राज भी नियमित रूप से लंकादहन के चैनल पर मुसलमानों और भीम आर्मी के खिलाफ बोलते हैं

जब राइट विंग इन्फ्लुएंसर की मेजबानी नहीं की जाती है, तो चैनल बॉयकॉट अभियान के बारे में लोगों से पूछते हुए वॉक्स पॉप करता है, जिनमें से अधिकांश इसका समर्थन करते हैं.

दूसरी ओर, क्रिएटली लगातार बॉलीवुड फिल्मों को निशाना बनाते हुए पोस्ट करता है. अभी पठान पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. इसके अलावा, पेज इस बात पर खबर प्रकाशित करता है कि बॉलीवुड कैसे "हिंदू विरोधी" है.

अन्य पोस्ट में शाहरुख और पादुकोण को उनके पुराने बयानों के लिए निशाना बनाया गया है.

जब फिल्म के बारे में पोस्ट नहीं किया जाता है तो पेज शाहरुख खान की सभी प्रचार गतिविधियों के लिए उनका मजाक उड़ाते हुए कंटेंट पोस्ट करता है

काउंटर अभियान,
पठान के समर्थन में

जहां एक ओर व्यापक रूप से बॉयकॉट का ऐलान चल रहा है. वहीं, दूसरी ओर सोशल मीडिया पर फिल्म और अभिनेताओं के समर्थन में एक छोटा लेकिन समानांतर अभियान चलाया जा रहा है.


हमने समर्थन में कुछ ट्वीट और हैशटैग देखे: 

#ISupportPathaan 
#PathaanFirstDayFirstShow 
PATHAAN DEKHEGA HINDUSTAN 
Hindustaan Dekhega Pathaan 

ट्वीट में शाहरुख और पादुकोण की तारीफ की गई और लोगों से फिल्म देखने को कहा गया


हालांकि, हमने शाहरुख के फैंस द्वारा फैलाई गई गलत सूचना का एक अंश देखा. पीएम मोदी का एक पुराना, क्लिप किया हुआ वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया गया कि प्रधानमंत्री फिल्म के समर्थन में सामने आए हैं.

उन्होंने ऐसा नहीं किया है और आप इसके बारे में हमारा फैक्ट चेक यहां पढ़ सकते हैं.




फिल्म के खिलाफ अभियान अगस्त 2020 में शुरु हुआ था.जब फिल्म की रिलीज के बारे में कुछ ही खबरें आई थीं. रिलीज की तारीख नजदीक आते ही सोशल मीडिया पोस्ट बढ़ गए हैं, लेकिन यह बात यहां खत्म नहीं होती.

विभिन्न राज्यों में राइट विंग ग्रुपों ने ऐलान किया कि वे उन सिनेमाघरों को आग लगा देंगे जिनमें यह फिल्म दिखाई जाएगी


यह ऑनलाइन अभियान अक्सर गलत सूचना और भ्रामक पोस्ट पर आधारित होता है, जिसने इंटरनेट को प्रदूषित कर दिया है जो शारीरिक नुकसान और क्षति के वास्तविक खतरे के साथ आता है


आगे, हमारे #BoycottPathaan जांच के भाग 3 में बहिष्कार अभियान के प्रमुख अंशों पर हमारा वीडियो देखें और कैसे इस ट्रेंड को लागू किया गया.