एक जमाना था, टीम इंडिया विदेशी दौरों से हारकर आती थी तो मीडिया से लेकर फैंस के बीच सबसे ज्यादा खिंचाई कप्तानों की होती थी. बड़े बड़े कप्तानों से उनके इस्तीफे तक मांग लिए गए. चाहे सचिन तेंदुलकर हों, सौरव गांगुली हों या फिर भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तान एमएस धोनी. विदेशों में बड़ी हारों के बाद तीखी आलोचना से कोई नहीं बच पाया.
तेंदुलकर ने जहां ऑस्ट्रेलिया दौरे (1999/2000) और उसके बाद घर में दक्षिण अफ्रीका (2000) के हाथों हार के बाद कप्तानी त्याग दी थी, वहीं 2011/12 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में सूपड़ा साफ होने के बाद चयनकर्ताओं ने धोनी को कप्तानी से हटाने के बारे में सोचा था.
लेकिन अब समीकरण बदल चुके हैं. विदेशी कप्तान भारत आ रहे हैं और यहां बुरी तरह हारने के बाद अपनी कप्तानी गंवा रहे हैं. इसका सबसे ताजा उदाहरण है एलिस्टर कुक. कुक की टीम भारत में 2012 की जीत को ‘रिपीट’ करने आई थी लेकिन कोहली की सेना उन्हें बहुत बुरी तरह ‘बीट’ कर दिया. भारत ने पहली बार इंग्लैंड को किसी टेस्ट सीरीज में 4-0 हराया जिसके बाद इंग्लिश क्रिकेट में खलबली मच गई. हर किसी को कुक की कप्तानी में कमियां नजर आने लगी. याद रहे ये वही कुक हैं जिन्होंने इंग्लैंड को 2 बार (2013 और 2015) एशेज सीरीज जितवाई, दक्षिण अफ्रीका (2015/16) में ऐतिहासिक जीत दिलवाई लेकिन जब टीम इंडिया ने इन्हें पीटा तो कुक के कॉन्फीडेंस को ऐसी चोट लगी कि कप्तानी छोड़ने के अलावा उनके पास कोई और चारा नहीं था.
अमला की कप्तानी पर भी किया हमला
2015 के आखिर में दक्षिण अफ्रीका की टीम भारत आई. उस वक्त हाशिम अमला की कप्तानी में प्रोटियाज टीम आईसीसी की नंबर एक टेस्ट टीम थी. एबी डिविलियर्स, फाफ डुप्लेसी, मोर्ने मॉर्कल और डेल स्टेन जैसे धुरंधर उस टीम में शामिल थे. कप्तान के तौर पर कोहली की पहली होम सीरीज और कप्तान साहब ने मैदान पर ऐसी आक्रामकता दिखाई कि अफ्रीकी शेर बिल्ली की तरह म्याऊं-म्याऊं करने लगे. भारत ने 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में दक्षिण अफ्रीका को 3-0 से हराया. आपको बता दें कि भारत आने से पहले प्रोटियाज टीम 2006 के बाद से घर के बाहर नहीं हारी थी. लेकिन टीम इंडिया ने अमला की टीम पर ऐसा हमला किया कि दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट हिल गया. और ऐसा हिला कि भारत से हारने के बाद उस वक्त की 5वें नंबर की टीम इंग्लैंड भी अमला की टीम को उनके घर हरा आई. जिसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के बीच में ही अमला ने कप्तानी छोड़ दी.
अफरीदी का खत्म किया करियर!
2016 वर्ल्ड टी-20 में पाकिस्तानी टीम भारत वाले ग्रुप में ही थी. कप्तान शाहिद अफरीदी एशिया कप में मिली हार के बाद इस बार अपने देशवासियों से वादा कर चुके थे कि वर्ल्ड टी-20 में वो भारत को जरूर हराएंगे लेकिन ऐसा हो न सका. एमएस धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को बुरी तरह पटखनी दी और पीसीबी में अफरीदी को कप्तानी से हटाए जाने की बातें शुरु हो गईं. उस वक्त पीसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि बोर्ड ने भारत के खिलाफ हार के बाद शाहिद अफरीदी को कप्तानी से हटाने का मन बना लिया है.
वर्ल्ड टी-20 से पाकिस्तान पहले दौर में ही बाहर हुआ और इसी के साथ अफरीदी भी टीम से आउट हो गए. मार्च,2016 के बाद से अफरीदी पाकिस्तानी टीम में वापसी नहीं कर पाए हैं.
अगला निशाना स्टीव स्मिथ पर ?
अब फरवरी के महीने में ऑस्ट्रेलियाई टीम टेस्ट सीरीज खेलने आ रही है. कप्तान स्टीव स्मिथ पहली बार भारत में टेस्ट कप्तानी करेंगे. 2013 में हुए क्लीन स्वीप (0-4) की कड़वी यादें आज भी उनके दिमाग में होंगी. अभी-अभी वो अपने घर में दक्षिण अफ्रीका के हाथों हारे हैं. तो अगर कोहली की सेना कंगारुओं का भी सूपड़ा साफ कर दे और उसके बाद स्टीव स्मिथ के नाम के आगे से कप्तान हट जाए तो हैरान मत होइएगा.
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