इस साल आईपीएल यानी इंडियन प्रीमियर लीग का दसवां सीजन खेला जाना है. आईपीएल की नीलामी अब खत्म हो चुकी है. नीलामी में आईपीएल की टीमों के लिए खिलाड़ी खरीदे जाते हैं. कई ऐसे खिलाड़ी भी होते हैं जिसकी किस्मत आईपीएल बदल कर रख देती है. इस साल भी कई देसी और विदेशी खिलाड़ियों की किस्मत आईपीएल ने बदल डाली है.
आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में-
मां सड़क किनारे स्टॉल लगाती थी, बेटा 3 करोड़ में बिका
तमिलनाडु के थंगारासू की कहानी किसी फिल्मी सफर जैसी है. नटराजन की मां पहले सड़क किनारे स्टॉल लगाती थीं तो पिता रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करते थे. टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलते हुए नटराजन ने अपना सफर शुरू किया था, आज उनकी ये मेहनत उन्हें आईपीएल तक ले आई है.
इस बार आईपीएल नीलामी शुरू होते ही नटराजन टीवी से चिपक कर बैठ गए. 25 साल के इस गेंदबाज का बेस प्राइस महज 10 लाख रुपये था. पंजाब की तरफ से नीलामी में हिस्सा ले रहे वीरेंद्र सहवाग की नजर नटराजन पर थी. सहवाग उन्हें अपनी टीम में चाहते थे, आखिरकार किंग्स इलेवन ने 3 करोड़ रुपये में उन्हें खरीद लिया.
आपको बता दें कि इस आईपीएल नीलामी में नटराजन दूसरे सबसे महंगे भारतीय खिलाड़ी हैं.
मुझे यह सब सपने जैसा लग रहा है। मुझे कभी नहीं लगा था कि मैं तमिलनाडु प्रीमियर लीग में खेलूंगा, आईपीएल तो बहुत दूर की बात है। मैं इस सब के लिए बहुत शुक्रगुजार हूं.थंगारासू नटराजन, क्रिकेटर
ऑटो चालक के बेटे की 2.6 करोड़ रुपये की उड़ान
मेरे वालिद (पिता) साहब ने बहुत मेहनत की है. वह ऑटो चलाते थे लेकिन उन्होंने कभी भी परिवार की आर्थिक हालात का मेरे ऊपर असर नहीं पड़ने दिया. एक स्पाइक की कीमत बहुत होती है और वह मेरे लिये सबसे अच्छी स्पाइक लाते. अब मैं अच्छे से इलाके में उनके लिये एक घर खरीदना चाहता हूं.मोहम्मद सिराज, सनराइजर्स हैदराबाद
प्रथम श्रेणी में शानदार प्रदर्शन के कारण आईपीएल में उन्होंने 2.6 करोड़ का करार किया है. सिराज कहते हैं-
मुझे याद है क्रिकेट खेलते हुए मैंने पहली कमाई की थी. यह क्लब का मैच था और मेरे मामा टीम के कप्तान थे. मैंने 25 ओवर के मैच में 20 रन देकर नौ विकेट लिए थे. मेरे मामा इतने खुश हुए कि उन्होंने मुझे ईनाम में 500 रुपये दिए. अच्छा लगा था. आज जब बोली 2.6 करोड़ रुपये तक पहुंच गई तो मैं सन्न रह गया.
पिता की सैलरी 7 हजार, बेटे को IPL ने बनाया करोड़पति
राजस्थान के रहने वाले नाथू अब किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. नाथू अपनी तेज गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं. इस बार गुजरात लायंस ने उन्हें 50 लाख रुपये में खरीदा है. आपको बता दें कि ये वही नाथू हैं जिन्हें पिछली बार मुंबई इंडियंस ने 3.2 करोड़ रुपये की बोली लगाकर खरीदा था.
नाथू के पिता भरत सिंह एक फैक्ट्री में मजदूरी किया करते थे. उन्हें महीने में करीब 7 हजार का वेतन मिलता था. बेटे की प्रतिभा के बारे में भरत ने सुना तो उन्होंने हमेशा उसे बढ़ावा ही दिया. नाथू सिंह जब एमआरएफ पेस फाउंडेशन में प्रैक्टिस करते थे, तब ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज गेंदबाज रहे ग्लैन मैकग्रा तक ने उनकी तारीफ की थी.
सिर्फ देसी ही नहीं विदेशी खिलाड़ियों की भी किस्मत चमकी
आईपीएल के इतिहास में पहली बार दो अफगानिस्तान के खिलाड़ियों को जगह मिली है. नीलामी में राशिद खान और मोहम्मद नबी को सनराइजर्स हैदराबाद ने खरीदा. मोहम्मद नबी को 30 लाख रुपये में खरीदा गया और इसके साथ ही वो आईपीएल में चुने जाने वाले पहले अफगान खिलाड़ी बन गए हैं.
वहीं ऑलराउंडर राशिद खान को 4 करोड़ रुपये में खरीदा गया है. कोई भारतीय खिलाड़ी भी इस बार नीलामी में इतनी रकम में नहीं बिक पाया. ऐसे में राशिद के लिए ये बड़ी कामयाबी मानी जा सकती है.
अफगानिस्तानी मीडिया और सोशल मीडिया पर इस नीलामी की धूम है. कई सोशल मीडिया यूजर्स इसे भारत-अफगानिस्तान संबंधों में एक नया आयाम भी बता रहे हैं.
आईपीएल की लोकप्रियता में अक्सर गिरावट की खबरें आती हैं, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि आईपीएल ने युवाओं को मौका देने में बेहतरीन काम किया है. लीग में खेलने वाले यही युवा अपने प्रदर्शन के दम पर आगे चलकर टीम इंडिया में जगह बना रहे हैं.
ये भी पढ़ें- क्या इंडियन प्रीमियर लीग खो चुका है अपना जादू ?
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)