भारतीय फुटबॉल फैंस और खिलाड़ियों के लिए काफी बुरी खबर आई है. दुनिया की सर्वोच्च फुटबॉल बॉडी फीफा (FIFA Bans AIFF) ने मंगलवार को अखिल भारतीय फुटबॉल संघ (AIFF) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. यह निर्णय फीफा काउंसिल के ब्यूरो ने सर्वसम्मति से लिया है. फीफा ने बताया कि ये फैसला AIFF में तीसरे पक्ष के अनुचित प्रभाव के कारण लिया गया है, जो कि फीफा कानून का गंभीर उल्लंघन है.
अंडर-17 महिला फुटबॉल विश्व कप भी मेजबानी छिनी
फीफा ने इसके साथ ही भारत में आयोजित होने वाले फीफा अंडर-17 महिला फुटबॉल विश्व कप 2022 को भी स्थगित कर दिया है. यह टूर्नामेंट 11-30 अक्तूबर तक गोवा, मुंबई और भुवनेश्वर में आयोजित होना था. फीफा के बयान के मुताबिक “फीफा टूर्नामेंट के आयोजन के बारे में अगले कदमों पर विचार कर रहा है और जरूरत पड़ने पर मामले को ब्यूरो ऑफ काउंसिल को सौंपा जाएगा.”
क्या है पूरा मामला?
इससे पहले भारत के सुप्रीम कोर्ट ने मई में AIFF को भंग कर दिया था. कोर्ट ने एआईएफएफ के संविधान में संशोधन करने और 18 महीने से लंबित चुनाव कराने के लिए तीन सदस्यीय समिति की नियुक्त की थी. AIFF चुनाव दिसंबर 2020 में होने थे, लेकिन इसमें देरी हो हुई. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इसी महीने 3 अगस्त को तुरंत चुनाव कराने का आदेश दिया था.
इस महीने की शुरुआत में ही फीफा ने भारतीय फुटबॉल संघ (AIFF) को निलंबित करने की धमकी दी थी. एआईएफएफ के चुनाव कराने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद यह चेतावनी दी गई थी. सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त प्रशासकों की समिति (CoA) ने चुनावी प्रक्रिया शुरू कर दी है. 28 अगस्त को एआईएफएफ का चुनाव होने हैं. फीफा ने एक बयान में कहा,
‘‘निलंबन तभी हटेगा जब एआईएफएफ कार्यकारी समिति की जगह प्रशासकों की समिति के गठन का फैसला वापिस लिया जायेगा और एआईएफएफ प्रशासन को महासंघ के रोजमर्रा के काम का पूरा नियंत्रण दिया जायेगा.’’
भारतीय फुटबॉल कप्तान सुनील छेत्री ने दिया था बयान
भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने रविवार को अपने साथी खिलाड़ियों से कहा था कि फीफा की भारतीय फुटबॉल को निलंबित या प्रतिबंधित करने की धमकियों पर ध्यान न दें. उन्होंने खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन पर ध्यान देने के लिए कहा.
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