टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympic) में 19 प्रतियोगी कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं. इसी के साथ कोविड संक्रमण के कुल 100 मामले अब तक सामने आए हैं.
COVID-19 महामारी के कारण टलने के बाद अब करीब एक साल बाद टोक्यो ओलंपिक 23 जुलाई से 8 अगस्त तक आयोजित किया जा रहा है.
क्या कोविड पॉजिटिव होने पर एथलीटस को डिसक्वालिफाई किया जाएगा? क्या पार्टिसिपेंट्स के लिए टीकाकरण करवाना अनिवार्य है? यहां वह सब कुछ है जो हम जानते हैं.
क्या एथलीटों के लिए टीकाकरण अनिवार्य है?
एथलीटों के लिए टीकाकरण अनिवार्य नहीं है. हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने घोषणा की है कि Pfizer BioNTech, चीन की SinoVac Biotech Ltd ने ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के प्रतिभागियों को अपने mRNA वैक्सीन की खुराक देने पर सहमति व्यक्त की है.
एथलीटों के लिए COVID दिशानिर्देश क्या हैं?
प्रत्येक एथलीट को तीन दिन अनिवार्य रूप से क्वारंटाइन होना होगा. उसके बाद, सभी एथलीटों का रोज COVID के लिए टेस्ट किया जाएगा.
कोई भी एथलीट आम जनता के साथ और एथलीटों के विलेज के भीतर मेलजोल नहीं कर सकता है. एथलीटों को मास्क पहनना जरूरी है, सिवाय इसके कि जब वे खा रहे हों, सो रहे हों या किसी तरह के अलगाव में हों.
पदक समारोह भी संपर्क रहित होगा, क्योंकि एथलीटों को अपना पदक एक ट्रे से उतारकर खुद पहनना होगा.
क्या खेलों में दर्शक होंगे?
टोक्यो ओलंपिक में दर्शक शामिल नहीं हो सकेंगे.
कोई एथलीट COVID-19 पॉजिटिव पाया जाता है तो क्या होगा?
IOC कार्यकारी बोर्ड द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार, COVID-19 के लिए पॉजिटिव पाए जाने वाले किसी भी एथलीट को ओलंपिक से हटने के लिए मजबूर किया जाएगा और उसे 'डिड नॉट स्टार्ट (DNS)' माना जाएगा.
किसी भी एथलीट या टीम को COVID-19 कारणों से 'अयोग्य' घोषित नहीं किया जाएगा.
प्रतियोगिता के उस चरण को ध्यान में रखा जाएगा जिस पर प्रतियोगी भाग नहीं ले सके. जहां संभव होगा वहां भाग लेने में असमर्थ किसी एथलीट या टीम का स्थान अगले सबसे योग्य एथलीट या टीम द्वारा भरा जाएगा.
कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कैसे होगी?
कोई भी एथलीट जो किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आता है जिसमें COVID-19 होने की पुष्टि की गई है, उसे 14 दिनों के लिए एक ही कमरे में रहने के लिए कहा जाएगा और प्रशिक्षण या प्रतिस्पर्धा को छोड़कर बाहर जाने से रोका जाएगा.
उन्हें खेल में भाग लेने की अनुमति तब ही दी जाएगी जब वे आयोजन से ठीक पहले आयोजित पीसीआर जांच में नेगेटिव पाए जाएंगे.
टेस्ट कौन करेगा?
प्रत्येक दल के लिए एक 'कोविड संपर्क अधिकारी' (CLO) नियुक्त किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि विभिन्न देशों के सभी नमूने समय पर जमा किए जाएं. वरिष्ठ नौकरशाह प्रेम चंद वर्मा भारतीय टीम के लिए सीएलओ हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)