लगभग तीन महीने के कड़े मुकाबलों के बाद आखिर वो दिन आ ही गया है जब कबड्डी के नए चैंपियन का ऐलान होगा. प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के सातवें सीजन का फाइनल शनिवार 19 अक्टूबर को अहमदाबाद में होगा. इस फाइनल की सबसे खास बात ये है कि लीग को एक नया चैंपियन मिलेगा क्योंकि फाइनल में दो ऐसी टीमों ने जगह बनाई हैं जो पहली बार खिताबी मुकाबला खेलेंगी.
दबंग दिल्ली और बंगाल वॉरियर्स अहमदाबाद के ट्रांस्टेडिया स्थित ईका एरेना में सातवें सीजन की ट्रॉफी उठाना चाहेंगी.
दोनों टीमें लीग चरण में शीर्ष-2 स्थान पर रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंची थी. दोनों ने ही अपने-अपने सेमीफाइनल में पूर्व चैंपियनों को हराया.
दिल्ली ने पहले सेमीफाइनल में एलिमिनेटर से आई मौजूदा विजेता बेंगलुरू बुल्स को हराकर पहली बार फाइनल में जगह बनाई थी, जबकि बंगाल ने 2015 की चैंपियन यू-मुम्बा को पटखनी देकर पहली बार खिताबी मुकाबले में कदम रखा.
नवीन रहे दिल्ली के स्टार
दिल्ली ने पूरे सीजन दमदार प्रदर्शन किया और यह लीग के अभी तक के इतिहास में उसका सबसे दमदार प्रदर्शन भी है. इसका बहुत बड़ा श्रेय युवा रेडर नवीन कुमार को जाता है जो अभी तक 21 सुपर-10 लगा चुके हैं.
एक बार फिर नवीन पर दिल्ली का दारोमदार होगा और बंगाल के लिए उनको रोकना अहम रहेगा. दिल्ली की सफलता में हालांकि अकेले नवीन का योगदान नहीं हैं. रेडिंग में चंद्रन रंजीत और विजय ने भी उनका बखूबी साथ दिया है.
डिफेंडिंग में दिल्ली की जिम्मेदारी रवींद्र पहल पर रहेगी जो टीम के लिए सबसे ज्यादा टैकल अंक लेने वाले खिलाड़ी रहे हैं. रवींद्र ने इस सीजन 59 टैकल अंक लिए हैं. विशाल माने और अनिल कुमार, जोगिंदर नरवाल दिल्ली के डिफेंस को मजबूती देंगे.
फाइनल से भी बाहर बंगाल के कप्तान
बंगाल के लिए एक बुरी खबर यह है कि उसके कप्तान मनिंदर फाइनल में भी नहीं खेल पाएंगे. सेमीफाइनल में कप्तान के बिना उतरी बंगाल ने जीत हासिल की थी.
लेकिन खिताबी मुकाबले में दिल्ली जैसी मजबूत टीम के सामने मनिंदर का न होना उसके लिए परेशानी का सबब बन सकता है. बंगाल की इस कमी को दिल्ली भुनाने की पूरी कोशिश करेगी.
उनकी गैरमौजूदगी में सुकेश हेगड़े, के. प्रपंजन और मोहम्मद नबीबक्श की जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं. डिफेंडिंग में बलदेव सिंह बंगाल की मजबूत कड़ी होंगे.
लीग स्टेज में दोनों टीमों के बीच हुए 2 मुकाबलों में पहला मैच टाई हुआ था, जबकि दूसरे मैच में बंगाल ने दिल्ली को हरा दिया था.
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