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रोते हुए एंडी मरे ने बताया रिटायरमेंट प्लान, AUS Open आखिरी मुकाम?

कूल्हे की चोट से परेशान एंडी मरे को लगता है कि वो अब चोट की वजह से ज्यादा नहीं खेल पाएंगे. 

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इंग्लैंड के टेनिस प्लेअर एंडी मरे ने ऐलान कर दिया है कि ऑस्ट्रेलियन ओपन 2019 उनके करियर का आखिरी टूर्नामेंट हो सकता है. कूल्हे की चोट से परेशान एंडी मरे को लगता है कि वो अब चोट की वजह से ज्यादा नहीं खेल पाएंगे. ये घोषणा करते वक्त एंडी मरे की आंखों में से आंसू निकल पड़े.

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31 साल के मरे ने कहा कि उन्होंने ऑफ सीजन में भी इसलिए ट्रेनिंग की ताकि वो एक आखिरी बार विंबलडन खेल सकें जहां उन्होंने 77 साल के बाद खिताब जीतकर इंग्लैंड का सूखा खत्म किया था लेकिन अब उन्हें लगता है कि वो विंबलडन नहीं खेल पाएंगे.

मैंने अपनी टीम से बात की और उन्हें बताया कि अब मैं ये नहीं कर पा रहा हूं. मुझे अब इसे खत्म करना है क्योंकि मैं सिर्फ खेले जा रहा था, बिना ये जाने कि मेरा दर्द कब खत्म होगा. पहले मैंने अपनी टीम को बताया था कि मैं विंबलडन तक खेल सकता हूं और वहीं मैं खत्म करना चाहूंगा लेकिन अब मुझे नहीं लगता कि मैं वहां तक खींच पाऊंगा. 
एंडी मरे, टेनिस खिलाड़ी

तीन बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन रहे एंडी मरे ऑस्ट्रेलियन ओपन में अपना पहला मुकाबला 22वीं रैंक वाले रोबर्टो बटिस्टा एगट से खेलेंगे. इस टूर्नामेंट में वो पांच बार फाइनल खेल चुके हैं लेकिन कभी भी खिताब नहीं जीत पाए.

जनवरी 2018 में मरे के दाएं कूल्हे की सर्जरी हुई, लंबे समय से वो जॉइंट की वजह से परेशान थे. दो बार कोर्ट पर वापसी करने की दिशा में मरे ने पिछले साल सिर्फ 12 मैच खेले. पिछले हफ्ते ही उन्होंने ब्रिस्बेन इंटरनेशनल के जरिए वापसी की और वहां पहला राउंड तो जीते लेकिन दूसरे राउंड में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. कोर्ट पर साफ दिख रहा था कि वो चोट से जूझ रहे थे और उन्हें मूवमेंट करने में दिक्कतें आ रही थीं.

कूल्हे की चोट से परेशान एंडी मरे को लगता है कि वो अब चोट की वजह से ज्यादा नहीं खेल पाएंगे. 
प्रैक्टिस के दौरान एंडी मरे
(फोटो: AP)

शानदार रहा मरे का करियर

साल 2012 में ही उन्होंने यूएस ओपन जीतकर पुरुष टेनिस ग्रैंडस्लैम में इंग्लैंड के लिए चले आ रहे सूखे को खत्म किया था. 2012 लंदन ओलंपिक में भी उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था. मरे साल 2013 में इंग्लैंड की ओर से 77 साल बाद पुरुष विंबलडन जीतने वाले खिलाड़ी बने थे.साल 2016 में उन्होंने एक बार फिर विंबलडन जीता और साथ ही लगातार दूसरी बार ओलंपिक गोल्ड जीतने वाले इकलौते खिलाड़ी बने.

मरे को हमेशा से रोजर फेडरर, राफेल नडाल, नोवाक जोकोविच के साथ पुरुष टेनिस के फैंटेस्टिक-फोर में गिना जाता रहा है.

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