जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर हुए आत्मघाती आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हुए. पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पर इस आतंकी घटना को अंजाम देने का दोष है. देश में पाकिस्तान के खिलाफ हर तरफ गुस्सा ही गुस्सा है. ऐसे में अब मई-जून में इंग्लैंड में होने वाले क्रिकेट वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के बहिष्कार को लेकर लगातार सुर उठ रहे हैं. कई पूर्व क्रिकेटर्स ने मांग की है कि टीम इंडिया पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड कप में मैच न खेले, ऐसे में बीसीसीआई भी पाकिस्तान के खिलाफ काफी सख्त नजर आ रही है.
रिपोर्ट्स हैं कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित विनोद राय की अध्यक्षता वाली प्रशासनिक समिति (सीओए) ने शुक्रवार यानी 22 फरवरी को एक बैठक बुलाई है जिसमें भारत-पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले मुकाबले के संदर्भ में आगे उठाए जाने वाले कदमों के बारे में चर्चा होगी.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, शुक्रवार को सीओए की बैठक में इस विषय पर चर्चा होगी और साथ ही खेल, विदेश और गृह मंत्रालय से इस संबंध में सलाह मशविरा किया जाएगा. सीओए की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि हम एक साझा और जिम्मेदाराना निर्णय लेंगे. पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंधों को लेकर इस बैठक में अहम चर्चा होगी.
भारत ने ड्राफ्ट किया लेटर, ICC से होगी बड़ी मांग
गुरुवार को बीसीसीआई ने अपनी मीटिंग में एक लेटर ड्राफ्ट कर लिया है जिसमें वो आईसीसी से पाकिस्तान को विश्व कप में बैन करने की मांग करेंगे क्योंकि वो देश आतंकवाद को सपोर्ट कर रहा है. इस ड्राफ्ट को बीसीसीआई के सभी आला अधिकारियों ने मिलकर तैयार किया है और बीसीसीआई के चीफ एक्जेक्यूटिव ऑफिसर राहुल जौहरी को इसे आईसीसी सीईओ डेविड रिचर्डसन और वर्ल्ड कप टूर्नामेंट डायरेक्टर स्टीव एलवर्थी को सौंपने की जिम्मेदारी दी गई है.
इस पत्र पर शुक्रवार को खूब चर्चा होगी और फिर फैसला लिया जाएगा कि आगे क्या कदम उठाना है. भारत और पाकिस्तान के बीच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में 16 जून को राउंड रॉबिन मुकाबला खेला जाएगा. इस मैच के टिकट खरीदने के लिए 4 लाख लोगों ने आवेदन दिए हैं लेकिन पुलवामा आतंकी हमले के बाद इस मैच के आयोजन पर प्रश्नचिन्ह लग गया है.
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