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कॉमनवेल्थ में जब खेला गया क्रिकेट तो बुरी तरह हारी थी टीम इंडिया

कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में अब तक सिर्फ एक बार क्रिकेट को शामिल किया गया था और वहां भारत का प्रदर्शन बेहद खराब रहा

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इस वक्त ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स खेले जा रहे हैं. भारतीय दल इन खेलों में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और लगातार गोल्ड मेडल भारत की झोली में गिरते जा रहे हैं. कॉमनवेल्थ गेम्स में लगभग वो सभी खेल खेले जाते हैं जो ओलंपिक का हिस्सा हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि 1998 के कॉमनवेल्थ में क्रिकेट को भी जोड़ा गया था. 16वें कॉमनवेल्थ खेल क्वालालम्पुर, मलेशिया में खेले गए. ये पहली बार था जब किसी एशियाई देश में इन खेलों का आयोजन किया गया और ये पहली और आखिरी बार ही था जब क्रिकेट इन खेलों का हिस्सा बना.

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50 ओवर फॉर्मेट को खेलों में शामिल किया गया और विश्व क्रिकेट की बड़ी टीमों ने इसमें हिस्सा लिया. भारत ने भी अपनी टीम इस टूर्नामेंट में भेजी. उस वक्त भारतीय क्रिकेट टीम को कनाडा जाना था. ये दौरा पहले से ही तय था जहां सहारा कप में भारत तो पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज खेलनी थी. 9 सितंबर को कॉमनवेल्थ गेम्स में क्रिकेट का आगाज होना था और 12 सितंबर को कनाडा में भारत और पाकिस्तान के बीच पहला मैच था.

बीसीसीआई ने तय किया कि मुख्य टीम के कुछ बड़े खिलाड़ी कनाडा जाएंगे तो कुछ बड़े खिलाड़ी कॉमनवेल्थ गेम्स में खेलेंगे. ऐसे में अजय जडेजा की कप्तानी में सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले जैसे सीनियर तो वहीं हरभजन सिंह और वीवीएस लक्ष्मण जैसे प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों को मलेशिया भेजा गया.
स्नैपशॉट

ये थीं 16वें कॉमनवेल्थ गेम्स में खेलने वाली क्रिकेट टीमें

ग्रुप A: जमैका, मलेशिया, श्रीलंका, जिम्बाब्वे

ग्रुप B: एंटिगुआ और बारबुडा, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, भारत

ग्रुप C: बांग्लादेश, बारबाडोस, नॉर्थ आयरलैंड, साउथ अफ्रीका

ग्रुप D: केन्या, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, स्कॉटलैंड

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भारत का निराशाजनक प्रदर्शन

भारतीय क्रिकेट टीम ने बहुत ही गंदी परफॉर्मेंस दी थी और पहले चरण से आगे भी नहीं जा पाए थे. हर एक ग्रुप से एक टीम ही आगे जा सकती थी और भारत के ग्रुप से ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल में पहुंची. भारत अपने ग्रुप में एक जीत, एक हार और एक बेनतीजा मैच के साथ तीसरे स्थान पर रहा. एंटिगुआ और बारबुडा के खिलाफ भारत का मैच बेनतीजा रहा, कनाडा के खिलाफ भारत को जीत मिली तो वहीं ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी मुकाबले में भारत को 146 रनों से पीटा. इस टूर्नामेंट में भारत का कोई भी बल्लेबाज 20 से ऊपर की औसत से रन नहीं बना पाया. उस वक्त के स्टार सचिन तेंदुलकर ने तो तीन मैचों में सिर्फ 28 रन बनाए थे. बाद में भारतीय टीम पर आरोप भी लगे थे कि वो उन्होंने जानभूझकर कॉमनवेल्थ गेम्स में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया.

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साउथ अफ्रीका ने जीता था गोल्ड

उस टूर्नामेंट से सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड और श्रीलंका की टीमें पहुंची थी. पहले सेमीफाइनल में द. अफ्रीका और श्रीलंका की टीमें भिड़ीं जहां प्रोटियाज टीम को जीत मिली. दूसरे सेमीफाइनल में पड़ोसी ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड आमने-सामने आए जहां कंगारुओं ने बाजी मारी. ब्रॉन्ज मेडल मैच में न्यूजीलैंड ने श्रीलंका को हराया तो वहीं गोल्ड मेडल मैच में द.अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को मात दी.

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