ADVERTISEMENTREMOVE AD

CWC 2019: क्या इंग्लैंड में होगा विराट कोहली का सबसे बड़ा टेस्ट?

कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया का पहला मैच 5 जून को दक्षिण अफ्रीका से होगा.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

विराट कोहली ने लगातार अपने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन करते हुए महान खिलाड़ियों की फेहरिस्त में अपनी जगह बनाई है. बतौर बल्लेबाज, कोहली पर कोई सवाल नहीं है, लेकिन कप्तानी को लेकर उन्हें लगातार सवालों का सामना करना पड़ा है. इस लिहाज से, कोहली के लिए ये वर्ल्ड कप भारतीय कप्तान के रूप में अपनी छाप छोड़ने का मौका होगा.

भारतीय टीम इस बार भी वर्ल्ड कप की सबसे मजबूत दावेदारों में से है. इस टीम में वो जरूरी लक्षण हैं, जो बड़े टूर्नामेंट के लिये जरूरी चीज होते हैं. इसके बावजूद भारतीय टीम की अपनी कुछ समस्याएं हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कोहली के सामने कई सवाल

टीम के सामने कई सवाल हैं, जिनका जवाब अभी तक भी नहीं मिल पाया है और अब टीम को वर्ल्ड कप के दौरान ही उनका समाधान ढूंढना होगा.

चौथे नंबर पर कौन बल्लेबाजी करेगा? तीसरा तेज गेंदबाज या फिर 2 ऑलराउंडर? कुलदीप यादव की आईपीएल फॉर्म ने अलग सिरदर्द दिया हुआ है. तो क्या उन्हें अकेले उतारा जाए या युजवेंद्र चहल के साथ? या सिर्फ चहल?

ऐसे में वर्ल्ड कप में कोहली की काबिलियत बतौर बल्लेबाज से ज्यादा बतौर कप्तान देखी जाएगी. अगर भारतीय टीम वर्ल्ड कप जीत जाती है, तो उनके आलोचकों के पास कोई मुद्दा नहीं बचेगा.

0

टॉप ऑर्डर फिट और हिट

टीम का टॉप ऑर्डर एकदम दुरुस्त है. बतौर बल्लेबाज विराट कोहली 46 दिनों के इस टूर्नामेंट में काफी अहम होंगे. इस दौरान उनके पास 11,000 रन का आंकड़ा पार करने का मौका होगा. इसके साथ ही वह अपनी शतकों की लिस्ट को और आगे बढ़ाना चाहेंगे.

कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया का पहला मैच 5 जून को दक्षिण अफ्रीका से होगा.
विराट कोहली ने जिन मैचों में शतक लगाया है उनमें भारत के जीत का पर्सेंट 82.5 है
(फोटो: AP)

इंग्लैंड में पिचें बेहद सपाट होने वाली हैं. ऐसे में रोहित शर्मा और शिखर धवन अच्छी शुरुआत दिला सकते हैं. दोनों का रिकॉर्ड भी इंग्लैंड में अच्छा है. रोहित बड़े शतक जमाने में माहिर हैं और टीम को उम्मीद रहेगी कि वो चौथा दोहरा शतक लगा पाएं.

वहीं शिखर धवन की अच्छी फॉर्म एक बढिया संकेत है. आईसीसी टूर्नामेंट्स में उनका प्रदर्शन हमेशा से ही अच्छा रहा है. उन्होंने पिछले वर्ल्ड कप में भी टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा 412 रन बनाए थे. धवन इस रिकार्ड को बरकरार रखना चाहेंगे.
कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया का पहला मैच 5 जून को दक्षिण अफ्रीका से होगा.
शिखर धवन और रोहित शर्मा की अच्छी शुरुआत पर टीम का प्रदर्शन निर्भर करेगा
(फोटो: AP)
ADVERTISEMENTREMOVE AD

नंबर चार का चक्कर

हालांकि, टीम की परेशानियां इसके बाद से शुरू होती हैं. टॉप तीन खिलाड़ियों के कई मौकों पर अच्छे प्रदर्शन के बावजूद भी टीम इसे सुलझाने में असफल रही है. ये है चौथे नंबर पर कौन? अंबाति रायडु के इस स्थान की दौड़ में असफल होने के बाद इस पर बहुत चर्चा हुई है.

ऋषभ पंत को भी इस पोजिशन के लिए टीम में शामिल करने की चर्चाएं और मांग होती रहीं, लेकिन उन्हें जगह नहीं मिल सकी और उनकी जगह दिनेश कार्तिक के अनुभव को तरजीह दी गयी.

विजय शंकर या फिर बैकअप ओपनर के तौर पर शामिल किए गए केएल राहुल के इस स्थान पर खेलने की उम्मीद हैं. लेकिन जो भी खेलेगा, उस पर बड़ी जिम्मेदारी रहेगी.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

धोनी से धमाल की उम्मीदें

भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का संभवतः आखिरी वर्ल्ड कप उनके फैंस के लिये भावनात्मक होगा.

कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया का पहला मैच 5 जून को दक्षिण अफ्रीका से होगा.
एमएस धोनी
(फोटो: AP)
हाल के महीनों में धोनी का 70 का स्ट्राइक रेट और 35वें से 50वें ओवर के बीच लगातार तेजी से रन जुटाने में नाकामी से विपक्षी टीमों की दिलचस्पी बनी रहेगी. हालांकि, अगर आईपीएल फॉर्म किसी तरह का संकेत है, तो टीम के लिए ये अच्छी खबर है.

अब तक छठे नंबर पर खेल रहे केदार जाधव की चोट ने टीम मैनेजमेंट को परेशानी में जरूर डाला है. हालांकि, नई रिपोर्ट्स से टीम के लिए अच्छी खबर ये है कि जाधव को फिट घोषित कर दिया गया है और वो टीम के साथ जाएंगे. हालांकि आईपीएल में जाधव का लचर प्रदर्शन चिंता का विषय होगा.

सातवें नंबर पर मल्टी टैलेंटेड हार्दिक पांड्या के टूर्नामेंट के दौरान अच्छे इस्तेमाल की उम्मीद है. पांड्या इस समय अपने करियर की सबसे अच्छी फॉर्म में दिखे हैं. सिर्फ बल्ले से नहीं, बल्कि एक ऑलराउंडर के रूप में. डेथ ओवरों में छक्के जड़ने की उनकी क्षमता मैच का हाल बदल सकती है.

कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया का पहला मैच 5 जून को दक्षिण अफ्रीका से होगा.
हार्दिक पांड्या
(फाइल फोटोः AP)
ADVERTISEMENTREMOVE AD

पिछले दो साल में रिस्ट स्पिनर्स कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की जोड़ी ने टीम को अच्छे परिणाम दिए हैं. टीम मैनेजमेंट ने दोनों का बखूबी इस्तेमाल भी किया है. अक्सर टीम में दोनों को साथ जगह मिली है, लेकिन सिर्फ एक स्पिनर की स्थिति में फैसला मुश्किल होगा.

इसकी वजह है कुलदीप की आईपीएल में फार्म. आईपीएल-12 में अगर सबसे खराब किसी का वक्त गुजरा, तो वो कुलदीप ही थे.

इसके अलावा पिछली वनडे सीरीज के दौरान आस्ट्रेलियाई टीम इन दोनों की गेंदबाजी को समझने में सफल रही. एश्टन टर्नर(वर्ल्ड कप टीम में नहीं हैं) ने मोहाली में, जबकि उस्मान ख्वाजा और ऐरॉन फिंच ने रांची में उनके खिलाफ बेहतर खेल दिखाया.
कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया का पहला मैच 5 जून को दक्षिण अफ्रीका से होगा.
कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल, इन दोनों स्पिनर्स ने मिलकर पिछले 2 साल से दुनिया भर के बल्लेबाजों की नाक में दम कर रखा है.
(फोटो: The Quint)
ADVERTISEMENTREMOVE AD

तेज गेंदबाजी में है दम

कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया का पहला मैच 5 जून को दक्षिण अफ्रीका से होगा.
जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड में भारतीय गेंदबाजी की कमान संभालेंगे
(फोटो: AP)

टीम इंडिया और कप्तान कोहली के लिए सबसे बड़ी राहत की बात तेज गेंदबाजी है. टीम के पास जसप्रीत बुमराह हैं, जो आने वाले सालों में भारत के महानतम मैच विजेताओं में शुमार होंगे. उनके अलावा मोहम्मद शमी ने टीम में जबरदस्त वापसी की है. पिछले कुछ महीनों में वो टीम के सबसे अच्छी फॉर्म वाले तेज गेंदबाज हैं.

ऐसे में शुरुआती ओवर्स में शमी की स्विंग और डेथ ओवर्स में बुमराह की यार्कर एक बेहतरीन कॉकटेल बनाती है, जो विपक्षी टीमों के लिये खतरनाक साबित हो सकता है.

नौ लीग मैचों में से छह में जीत हासिल करना सेमीफाइनल के लिये क्वालीफाई करने के मद्देनजर सही साबित हो सकता है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×