डिफेंडिंग चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स को आईपीएल 2022 (IPL 2022) के शुरुआती चरण में ही बड़ा झटका लगा है. उनके तेज गेंदबाज दीपक चाहर (Deepak Chahar) चोटिल होने के बाद अब आधिकारिक तौर पर इस सीजन के लिए लीग से बाहर हो गए हैं.
चेन्नई ने चाहर पर इस सीजन मोटा पैसा खर्च किया है. वो CSK के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं. उनके ऊपर CSK ने कुल 14 करोड़ रूपये खर्च किए हैं, लेकिन अब वे इस सीजन में नहीं खेल पाएंगे. फ्रेंचाइजी को चाहर का रिप्लेसमेंट खोजना होगा, इस पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है.
पिछले साल की थी शानदार गेंदबाजी
फरवरी में वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टी 20 आई के दौरान उनकी पीठ में चोट लगी थी. चाहर पिछले साल सीएसके की चौथी टाइटल जीत का एक अहम हिस्सा थे और उन्होंने शानदार गेंदबाजी की थी. उन्होंने 15 मैचों में 8.35 की इकॉनमी से 14 विकेट लिए थे.
सीएसके ने चाहर को अपने खेमे में लेने के लिए ऑक्शन में तीन अलग-अलग फ्रेंचाइजी से सामना किया था और अंत में 14 करोड़ रुपये में साइन किया था. नीलामी के बाद के दिनों में चाहर चोटिल हो गए और एनसीए में रिकवरी के चलते श्रीलंका के खिलाफ सीरीज भी नहीं खेल पाए.
ऐसा माना जा रहा था कि वे अप्रैल के अंत तक सीएसके के लिए एक्शन में लौट आएंगे, लेकिन इस झटके ने उन सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया.
मजबूत होकर वापस आऊंगा- चाहर
चेन्नई सुपर किंग्स से आधिकारिक तौर पर चाहर के बाहर होने की घोषणा करने से कुछ घंटे पहले तेज गेंदबाज ने ट्विटर पर एक भावनात्मक मैसेज लिखा. इसमें उन्होंने जोर देकर कहा कि वो खेलना चाहते हैं. उन्होंने लिखा,
"क्षमा करें दोस्तों. दुर्भाग्य से मैं चोट के कारण आईपीएल के इस सीजन को मिस कर रहा हूं. मैं खेलना चाहता था. मैं हमेशा की तरह बेहतर और मजबूत होकर वापस आऊंगा. हमेशा अपने प्यार और शुभकामनाओं के साथ मेरा समर्थन करने के लिए धन्यवाद."दीपर चाहर, गेंदबाज, चेन्नई सुपर किग्स
क्या अब चाहर को मिलेंगे पूरे 14 करोड़ रुपये ?
दीपक चाहर के बाहर होने के बाद फैंस अब सोच रहे हैं कि क्या चाहर को इस सीजन के लिए उनके कॉन्ट्रेक्ट की कोई रकम मिलेगी या नहीं.
दीपक चाहर को इस सीजन एक भी रुपया नहीं मिलेगा क्योंकि इस सीजन वे एक भी मैच नहीं खेलेंगे.
नियम कहता है कि कोई भी खिलाड़ी जो चोट या किसी कारण से कोई मैच नहीं खेलता, वो अपने कॉन्ट्रेक्ट प्राइस का हकदार नहीं है. अब अगर सीएसके उन्हें अगले साल भी अपने साथ बनाए रखती है तो वे अगले साल 14 करोड़ रुपये के हकदार होंगे, लेकिन इस साल उन्हें कोई पैसा नहीं मिलेगा.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)