हैट्रिक के साथ भारत को अफगानिस्तान के खिलाफ शानदार जीत दिलाने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने साथी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की तारीफ करते हुए कहा है कि आखिरी ओवरों में उनकी गेंदबाजी के कारण ही 50वें ओवर में मदद मिली.
बुमराह ने 49वें ओवर में किफायती गेंदबाजी की और सिर्फ 5 रन दिए. खुद शमी ने पारी के 48वें ओवर में सिर्फ 3 रन दिए और अफगानिस्तान पर दबाव बनाया. आखिरी ओवर में अफगानिस्तान को जीत के लिए 16 रन चाहिए थे, लेकिन शमी ने हैट्रिक लेकर उनकी उम्मीदें तोड़ दी.
छोटे स्कोर को बचाने के लिए शमी और बुमराह ने भारतीय टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई. दोनों ने बेहद कसी हुई गेंदबाजी करते हुए अफगानिस्तान के बल्लेबाजों को कोई मौका नहीं दिया. शमी ने अपने चौथे ओवर में ही ओपनर जाजई का विकेट ले लिया.
वहीं बीच के ओवरों में जब रहमत शाह और हश्मतुल्लाह शाहिदी की पार्टनरशिप खतरनाक लगने लगी थी, तो बुमराह ने एक ही ओवर में दोनों को आउट कर भारत की वापसी मैच में कराई. आखिरी के 3 ओवरों में अफगानिस्तान को जीत के लिए 24 रन की जरूरत थी और मोहम्मद नबी उस वक्त तक क्रीज पर थे.
मैच के बाद जसप्रीत बुमराह से बात करते हुए शमी ने आखिरी ओवरों में बुमराह की बेहतरीन गेंदबाजी की तारीफ की.
“आपने मेरे लिए इतने रन छोड़ दिए थे कि मैं आसानी से अपने प्लान को आजमा सकता था. आखिरी 12 गेंदों पर 21 रन चाहिए थे और मुझे पूरा यकीन था कि बुमराह मेरे लिए काफी रन छोड़ेंगे. मुझे आपके साथ गेंदबाजी करके वाकई मजा आया.”मोहम्मद शमी, भारतीय तेज गेंदबाज
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट पर 224 रन बनाए. लक्ष्य का पीछा करते हुए एक समय अफगान टीम जीत के करीब दिख रही थी. उसे 12 गेंदों पर 21 रन चाहिए थे. बुमराह ने 49वें ओवर में सिर्फ पांच रन दिए. आखिरी ओवर में शमी को 16 रनों के लक्ष्य को बचाना था.
वर्ल्ड कप में पहला मैच खेल रहे शमी की पहली गेंद पर मोहम्मद नबी (52) ने चौका लगाया. शमी ने इसके बाद नबी सहित लगातार तीन विकेट लेते हुए भारतीय टीम को 11 रनों से जीत दिला दी.
इस हैट्रिक के साथ ही शमी वर्ल्ड कप में ये उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बन गए हैं. इससे पहले चेतन शर्मा ने 1987 वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी.
अपनी हैट्रिक के बारे में शमी ने कहा-
“बहुत अच्छा फील हो रहा है. हैट्रिक लेना बहुत बड़ी बात है, वो भी वर्ल्ड कप में. अल्लाह का शुक्र है कि मुझे ये मुकाम मिला है और कोशिश करता हूं कि जब तक साथ खेलें, तब तक ऐसे कारनामे हम करते रहें. मुझे भरोसा था कि आखिरी 10 ओवरों में जो हम डालेंगे, उसमें हम अपना प्लान अच्छे से आजमा पाएंगे.”
शमी को इस मैच में चोटिल भुवनेश्वर कुमार की जगह मौका मिला था. शमी ने इस मैच में 40 रन देकर चार विकेट लिए और एक बार फिर दिखाया कि वो इस वक्त अच्छी फॉर्म में हैं और टीम की जरूरत के मुताबिक प्रदर्शन कर सकते हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)